केंद्रीय युवा मामले और खेल और श्रम और रोजगार मंत्री, डॉ मनसुख मंडाविया ने देश के सेवानिवृत्त खिलाड़ियों से नए लॉन्च किए गए “रिटायर्ड स्पोर्ट्सपर्सन एम्पावरमेंट ट्रेनिंग” (आरईएसईटी) कार्यक्रम के लिए आवेदन करने और देश के खेल पारिस्थितिकी तंत्र में सक्रिय रूप से योगदान देने का आह्वान किया है। डॉ. मंडाविया ने आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर इस पहल की शुरुआत की।
सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. मंडाविया ने कहा, “रीसेट कार्यक्रम हमारे सेवानिवृत्त एथलीटों को पहचानने और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिन्होंने अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित किया है। हम सभी सेवानिवृत्त खिलाड़ियों से आग्रह करते हैं कि वे नए कौशल विकसित करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं, खेल समुदाय से जुड़े रहें और देश की खेल विरासत में योगदान देना जारी रखें।
रीसेट कार्यक्रम को सेवानिवृत्त एथलीटों के करियर विकास में सहयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य पीढ़ियों के बीच की खाई को पाटना है, ताकि सेवानिवृत्त एथलीटों के कौशल और अनुभव का लाभ युवा खेल प्रतिभाओं को मिल सके। डॉ. मंडाविया ने सेवानिवृत्त एथलीटों का पूरी तरह से सहयोग करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, उनसे विशेष रूप से आग्रह किया कि पोर्टल के माध्यम से आवेदन करके कार्यक्रम का लाभ उठायें।
यह पोर्टल 20-50 वर्ष की आयु के सेवानिवृत्त एथलीटों के लिए खुला है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लिया है, या राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर कोई उपलब्धि प्राप्त की है। रिसेट कार्यक्रम लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन (एलएनआईपीई) के सहयोग से लागू किया जाएगा। इसमें स्व–पुस्तक ऑनलाइन शिक्षण, ऑन–ग्राउंड प्रशिक्षण और इंटर्नशिप शामिल होंगे, जिसमें प्लेसमेंट सहायता और सफल समापन पर उद्यमशीलता मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
रीसेट कार्यक्रम के लिए आवेदन पोर्टल https://lnipe.edu.in/resetprogram/ पर खुले हैं, और पाठ्यक्रम उचित मूल्यांकन के बाद शुरू होगा।
इस पहल का उद्देश्य सेवानिवृत्त एथलीटों के अमूल्य अनुभव का उपयोग करना, भविष्य के चैंपियन को सवारना और भारत में खेलों के विकास में योगदान देना है।