पर्यटन मंत्रालय विभिन्न पहलों के माध्यम से समग्र रूप से भारत को बढ़ावा देता है। चल रही गतिविधियों के हिस्से के रूप में; ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना भी शुरू किया गया है। पर्यटन मंत्रालय नियमित रूप से अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्रचार के माध्यम से विभिन्न पर्यटन स्थलों और ग्रामीण पर्यटन के उत्पादों को बढ़ावा देता है।

देश में ग्रामीण पर्यटन की अपार संभावनाओं को पहचान करते हुए, पर्यटन मंत्रालय ने भारत में ग्रामीण पर्यटन के विकास के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति और रोडमैप और होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय रणनीति तैयार की है।
ग्रामीण पर्यटन गांवों में प्रचलित सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों की की पहचान करने के लिए, मंत्रालय ने 2023 में सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन गांव प्रतियोगिता का आयोजन किया है। ओडिशा के विरासत शिल्प गांव रघुराजपुर को रजत श्रेणी में 2023 के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में मान्यता दी गई है।
इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना के तहत ग्रामीण सर्किट को विषयगत सर्किटों में से एक के रूप में पहचाना है।
ग्रामीण पर्यटन स्थलों सहित पर्यटन स्थलों में पर्यटन संबंधी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न राज्य सरकारों/ केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्रीय वित्तीय सहायता (सीएफए) प्रदान की गई है। सीएफए को इसके दिशा-निर्देशों के अनुसार तथा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर प्रदान किया जा रहा है।
स्वदेश दर्शन के अंतर्गत ओडिशा राज्य में मंत्रालय द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण अनुलग्नक में दिया गया है।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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अनुलग्नक
ओडिशा राज्य के लिए स्वदेश दर्शन योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाएं
(करोड़ रुपये में)
स्वीकृति वर्ष | परियोजना का नाम | स्वीकृत राशि | जारी की गई राशि | उपयोग की गई राशि* |
2016-17 | गोपालपुर, बरकुल, सतपदा और तमपारा का विकास | 70.82 | 67.28 | 63.25 |