कोलकाता : ओड़िशा की जानीमानी समाज सेविका सम्पत्ति मोड़ा को उनके विशिष्ट सेवा कार्यक्रमों के लिए कोलकाता के अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रथम अग्र विभूति समारोह में अग्र श्री लाला लाजपत राय सम्मान से सम्मानित किया गया।अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार मित्तल के नेतृत्व एवम् राष्ट्रीय संयोजिका ऊमा बंसल ,सह संयोजक कन्हिया गोयल के कुशल मंच संचालन में 32 विभूतियों को विभिन्न वर्गो में सम्मानित किया गया , जिसमें भारत के कोने कोने से विभूतियों को आमंत्रित कर सम्मान किया गया था।

गौरतलब है की श्रीमती मोड़ा कटक ओड़िशा की एक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता लेखिका और स्वयं सेवक है। एक कुशल ग्रहणी, लेखिका, स्तंभकार, नारी जाति की स्वाभिमान वंचता, उपकारी और परोपकारी हैं । श्रीमती मोडा के जीवन का एक ही सिद्धांत है– “निस्वार्थ समाजसेवी सदैव अपने जीवन के रथ में आशाओं का अश्व जोतते हैं। वह अपनी साधना की बागडोर को मजबूती से पकड़ते हैं और उनकी मंजिल खुद ब खुद उनके पास चली आती है।” सबके सुख-दुख में सदैव खड़ी रहने वाली संपत्ति मोडा के अनुसार हम सब खुश रहें और समाज को भी खुश रखें। श्रीमती मोडा ने बताया कि वह 1986 में ही निस्वार्थ समाज सेवा से पूरी तरह से जुड़ी हुई है। समाज सेवा के लिए उनका समर्पित जीवन प्रेरणादायक है ,अनुकरणीय एवं प्रशंशनीय है। वे अब तक सैकड़ो स्थानीय, राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर की मान्य संस्थाओं से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है। उनके अभूतपूर्व योगदान समाज सेवा,असहाय और दिव्यांग बच्चों की शिक्षा,स्वास्थ्य और मनोरंजन आदि के क्षेत्र में असाधारण रहा है। वह एक संवेदनशील मां ,बहन और पत्नी हैं। समाज सेविका और हर प्रकार से नारी जाति का गौरव है । कन्या भ्रूण संरक्षण, दिव्यांग सेवा, महिला कल्याण, महिला सशक्तिकरण, महिला स्वावलंबन और महिला मान सम्मान जैसे अनेक ऐसे क्षेत्रों में वह सक्षम,अनुभवी और विवेकशील समाज सेविका की पर्याय हैं।
दो बिछड़े दिलों को मिलाना ,पति-पत्नी के आपसी मनमुटाव को दूर कर वैचारिक स्तर पर मिलना और उनके सुखी ग्रहस्थ
जीवन की और उन्मुख करना ही उनकी खास पहचान है। वह अपनी वाक् चातुरी से हंसते-हंसते पति-पत्नी को एक दूसरे से मिला देती हैं। चाहे कोई भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा हो एल,आप हर समय 24 घंटे हर जनसाधारण के लिए सहजता से उपलब्ध रहती हैं। प्रशासन (पुलिस, मेयर और कलेक्टर) भी आपको इस विपदा की घड़ी में सहयोग के लिए बुलाते हैं। श्रीमती मोडा को उनके साही बस्ती वाले “मोडा मां” के नाम से कह कर बुलाते हैं। किसी भी समाज जाति या धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों की मदद के लिए समान रूप से सुलभ और हमेशा उपलब्ध रहती हैं। मानवता के प्रति आपके योगदान को शहर भर के लोग पहचानते हैं।
यहाँ पर उल्लेखनीय रहे की निस्वार्थ भाव से समर्पित समाज सेवा के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के बदौलत उन्हें लगभग 500 से भी अधिक स्थानीय राज्य स्तरीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अवार्ड और सम्मान मिल चुके हैं जिसमें ग्रेट इण्डियन वोमेन २०२१ अवार्ड,
दो बार ओड़िशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा विशिष्ट समाजसेवी सम्मान, इंटरनेशनल प्लैटिनम प्रेसिडेंट एंड इंटरनेशनल थियेटर फेस्टिवल की और से नेशनल एक्सीलेंस अवार्ड, समाज रत्न, युवा रत्न, प्रतिभा पूजा सामान और द्वारकामयी सम्मान, हास्यमयी साहित्यिक सम्मान, वैश्य विदुषी महिला सम्मान, मदर टेरेसा सम्मान, संकट मोचन सम्मान ,आदर्श नारी सम्मान आदि प्रमुख है। श्रीमती सम्पत्ति मोड़ा का कहना है पद प्रतिष्ठा से ऊपर कर्म एवं सेवा भाव एक मानव में होना चाहिए ।