स्वाधीनता के बाद जन्मी भारत की नौजवान पीढ़ी ऐतिहासिक दस्तावेजों का अध्ययन करने पर पाते है गांधी को भारत की जनता ने १९४५के चुनाव में यह अधिकार तो दिया था कि देश को एक रखना है मुस्लिम लीग की माँग भारत का विभाजन कर पाकिस्तानका निर्माण करना का अधिकार नहीं दिया था आजंकी पीढ़ी को गांधी जिसने विभाजन स्वीकार किया उसके आज के कांग्रेसी उत्तराधिकारी खरगे सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को जवाब देना होगा जनता के दिए किस अधिकार से गांधी ने देश काविभाजन किया व नेहरू ने जिन्ना के साथ विभाजन के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए काँग्रेस को ८४प्रतिशत हिंदू जनता ने वोट दिया ५४। हिंदू सीट जितायी की कांग्रेस किसी भी क़ीमत पर देश का विभाजन स्वीकार नहीं करेगी यह गांधी जी की लाश पर्ची संभव होगा कांग्रेस को जानता ने देश को एकरखन के लिए अधिकार दिया था। गांधी नेहरू प्रथम श्रेणी के बेईमान उनको देश का विभाजन करना था तो जनता के पास फिर से जाते और अधिकार प्राप्त करते वे अच्छे से जानते थे जनता उन्हें कभी भी देश बंटवारे का अधिकार नहीं देगी उन्हे देश का विभाजन करना था इसलिए नही गए भारत छोड़ो आंदोलन के पहलेही गांधी बी अपनी मनसा जाहिर कर दी।

हिंदू महा सभा सेगांधी ने समर्थन मांगा तब हिंदू महासभा के अध्यक्ष वीर सावरकर ने गांधी से कुछ माँग की कांग्रेस लिखकर दे वह प्रांतों को भारत से अलग होने के हर किसी प्रस्ताव का विरोध करेगी गांधी ने वीर सावरकर की माँग मानने से इंकार कर दिया तब वीर सावरकर जी ने कहा गांधी का। क्विट इंडिया। आंदोलन स्प्लिट इंडिया में बदलेगा यहहुवा भ। कांग्रेस गांधी ने विभाजन रोकने के लिए प्रयास करना तो दूर सांकेतिक प्रतिवाद तक नहीं किया। नेहरू ने २० लाख हिन्दुवी को मरवाया नोवा ख़ाली हिंदू नरसंघार के समय जिन्ना ने स्पष्ट घोषणा की की। पाकिस्तान में। हिन्दुवो के लिए पाकिस्तान में कोई जगह नहीं होगी एक ब्यावस्ता बनायी जाए ताकि शांतिपूर्ण ढंग से। हिंदू मुस्लिम जनसंख्या की अदला बदली। कर दी जाय। पंडित नेहरू को १९५२ के चुनाव में अपनी होने वाली हार से बचने के लिए वोट बैंक चाहिए इसलिए नेहरू ने जिन्ना की माँग के हिसाब से जनसंख्या की अदला बदली होने नहीं दी इसकेलिए उसे पाकिस्तान को मिलने वाला ५५?करोड़ रुपया रोकना पड़ा तो रोका गांधी नेअनशन कर पाकिस्तान को दिलवा दिया तो क्या हुवा गांधी को मरना पड़ा। क्योंकि नेहरू वोट बैंक के सहारे १९५२ जा चुनाव जीत ना था भारतवर्ष में रह गए ७ प्रतिशत मुसलमानोवने। कांग्रस का वोट बैंक बनकर कांग्रेस को १९५२के बाद १९७१ तक जिताया। आप ७ प्रतिशत पर मत जाइये। बंगाल में मुसलमान १८ प्रतिशत थे उत्तर प्रदेश में १४ प्रतिशत केरल में २५ प्रतिशत यहाँ कांग्रेस का अपर हैंड हो ग़ायब वोट बैंक कि चलते बिरोधिय पर।
