काशी ज्योतिष शिखर सम्मान” बीएचयू ने पूज्य गुरुदेव श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज को किया सम्मानित

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ज्योतिष विभाग द्वारा आयोजित दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष महासम्मेलन (13-14 अक्टूबर, 2025) का मंच आज एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बना। देश-विदेश के लगभग 500 से अधिक विद्वानों की उपस्थिति में, पूज्य श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज, श्री वनशक्ति देवी धाम, पीठारीश्वर, काशी, को प्रतिष्ठित काशी मे ज्योतिष सम्मान से सम्मानित। किया गया।

सम्मेलन के दौरान, गुरुदेव को ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष, विद्वानों और इस वृहद आयोजन के प्रमुख आयोजक पंडित दिनेश शर्मा जी (ज्योतिष विभाग) द्वारा पुष्पगुच्छ, माल्यार्पण और ज्योतिष एवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया।

सम्मान का सार और गुरुदेव का दृष्टिकोण:
यह सम्मान सामाजिक परम्परा और कृतज्ञता का प्रतीक है, जो गुरुदेव की गहन विद्वत्ता और अनुभव सिद्ध ज्योतिष ज्ञान को अकादमिक जगत द्वारा स्वीकार किए जाने का संदेश देता है।

गुरुदेव का ओजस्वी उद्बोधन:
सम्मान प्राप्ति के पश्चात, गुरुदेव पूज्य श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज का भव्य और ओजस्वी उद्बोधन हुआ, जिसने सभागार में ऊर्जा का संचार कर दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान में ज्योतिष के शास्त्र प्रमाण के साथ अनुभव प्रमाण की अनिवार्यता पर जोर दिया। उनका व्याख्यान विशेष रूप से अद्भुत सामुद्रिक शास्त्र (हस्तरेखा विज्ञान) पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा “समस्त संसार के सम्पूर्ण शास्त्र मनुष्य के लिए बने हैं, और मनुष्य मात्र शास्त्रों के लिए नहीं। मनुष्य स्वयं में एक प्रमाण है।”

उन्होंने सामुद्रिक शास्त्र के गूढ़ रहस्य उजागर किए, जिसमें कनिष्ठिका उंगली, सूर्य रेखा और अंगूठा-तर्जनी के कोण का महत्व बताया, जो व्यक्ति के भक्ति और मुक्ति के मार्ग खोलने की क्षमता रखते हैं।
प्रमुख आयोजक और विद्वान:
इस ऐतिहासिक महासम्मेलन के सफल आयोजन में प्रमुख रूप से पंडित दिनेश शर्मा जी (आयोजक) के साथ-साथ बीएचयू के ज्योतिष, धर्म विज्ञान एवं संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के अनेक विद्वानों, जिनमें डॉ. आर. के. पाठक, डॉ. अचल दास जी, डॉ. प्रेमनाथ मिश्र, प्रो. शत्रुघ्न शुक्ला, डॉ. संतोष कुमार मिश्र एवं अन्य गणमान्य विद्वान शामिल हैं, का विशेष योगदान रहा।
पूर्व सम्मानों की गरिमा:
बीएचयू से प्राप्त इस सम्मान ने गुरुदेव की प्रतिष्ठा में एक और अध्याय जोड़ दिया है। इससे पूर्व भी, उन्हें ज्योतिष जगत के अनेक प्रतिष्ठित एवार्डों से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें ‘ज्योतिष महर्षि’, ‘ज्योतिष सम्राट’, ‘सामुद्रिक रत्नम्’, ‘ज्योतिष मर्मज्ञ’, और ‘ज्योतिष गौरव’ जैसे अन्यान्य अनेक सम्मान शामिल हैं।
पूज्य गुरुदेव श्री रतन वशिष्ठ जी महाराज का श्री वन शक्ति देवी धाम, काशी में 23 से लेकर 29 अक्टूबर तक एक विशेष शिव कथा का आयोजन भी होने वाला है।

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