गांधीको मरवाने के बाद सावरकर को मरवाने में असफल होने के बाद सावरकर को गांधी हत्या कांड में फ़साने केबाद नेहरू की देश केसाथ बिस्वास घातकी सच्चाई का पर्दाफ़ाश- संघीइंजीनियर श्याम सुंदर पोद्दार संघ आयु ६२ वर्ष महामंत्री, वीर सावरकर फाउंडेशन

—————————————गांधी हत्या पर सरदार पटेल नेहरू को पत्र लिखते है इस हत्याकांड में १० व्यक्ति शरीक है जिसमे ८ गिरफ़्तार कर लिये गये है जबकि नेहरू हिंदू महा सभा व रास्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने गांधी को इसलिए मारा की गांधी जी को मार कर देश की सत्ता प्राप्त करने किकी दिशा में हिंदू महा सभा व संघ का यह पहला कदम था और हिंदू महासभा व संघ को प्रतिबंधित कर दिया सारे भारत में हिंदू महा सभा व संघ के २५ हज़ार से अधिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया। नेहरू ने यह कदम इस लिये उठाया कि १९४५ के चुनाव में हिंदू महासभा को १४ प्रतिशत वोट मिले थे हिन्दु मतदाताओं के साथ बिस्वास घात करदेश का विभाजन कियाव पाकिस्तान बना दिया तो २९५२ के देश प्रथम निर्वाचन में कांग्रस का हारना व हिंदू महासभा का जीतना निश्चित था ।हिंदू महासभा को इस तरह कुचल करबदनाम करके नेहरू ने कांग्रेसी को जीता दिया हिंदू महासभा जीतने के बजाय हार गई। लाल क़िले में गांधी हत्याकांड की सुनवाई के समय पूरे देश की मीडिया को बुला कर सावरकर व गोडसे कबिरुद्ध कहने वाले के भाषण को देश के कोने कोने तक पहुँचाया जब वीर सावरकर व गोडसे को रखने लगेअपना पक्ष रखने लगे तो प्रेस के लिये सुनवाई वर्जित कर दी। वीर सावरकर के दोष मुक्त छूट जाने के बाद वववीर का देहीदिल्लीमें प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया। १९५१ में नेहरू लियाक़त समझौते के समय वीर सावरकरपर मिथ्या अभियोग लगा कर जेल में डाल दिया जेल से छोड़ा तो शर्त लगा दी वे राजनीति नहीं कर सकते यानी अपना पक्ष भी नहींरख सकते है १९५२ के चुनाव के कुछ महीने पहलेहएवंसावरकर जी को जेल से छोड़ा एवंराजनीति नहीं करने वाले प्रतिबंध को उठाया २१ अक्तूबर १९५१ को हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की। चुनाव के मात्र ४ महीने पहले इतने अत्याचार के बाद भी मात्र ४ महीने में जनसंघ ने ३ सांसद जिताये व हिंदू महा सभा के ४ सांसद इस तरह कांग्रेस ने देश का प्रथम चुनाव जीता। हिंदू महा सभा ए संघ को ० पर नहीं ला सका। एवंनेहरू जनसंघ को ख़त्म कर देने के लिए डॉ श्यामा प्रसादm मुखर्जी को नेहरू ने मरवा दिया। और बहुत तथ्य अगले लेख में।

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