नई दिल्ली : गत कुछ समय से कुकी समाज के द्वारा दिल्ली एवं अन्य प्रांतो में विभिन्न विभिन्न स्थान मे प्रदर्शन किए जाने पर राष्ट्रहित सर्वोपरि संगठन के राष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष सोहन गिरी जी ने कहा कि कुकी समाज के द्वारा सुनियोजित तरीके से प्रदर्शनों के नाम पर दंगों की शुरुवात कर पिछले 16 महीनों में 68000 मैतई समाज के लोगों को अपनी जमीन अपने घर छोड़ राहत शिविर में रहना पढ़ रहा है ।
शिविर में रहने की वजह से अत्यधिक आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
कुकी समुदाय की कथनी करनी की वजह से देश को राज्य को आर्थिक नुकसान तो उठाना ही पड़ रहा है अपितु दोनो समुदाय के निर्दोष लोगों की जान भी जा रही है ।
इन दंगों से भारत कि आंतरिक व्यवस्था प्रणाली को भी आगे भविष्य के लिए खतरा हैI इस तरह के मुद्दों के ऊपर भारत की सरकार को कठोर निर्णय लेने कि आवश्यकता हैI भारत रक्षा मंच, अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद, स्वाभिमान देश का संगठन, सनातन विश्व हिंदु संगठन एवं ऐसे ही कई हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन पर रोक की मांग की थी I
31/08/24 को कुकी स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर एवं सम्पूर्ण भारत में शांति पूर्ण प्रदर्शन के नाम पर प्रदर्शन की अनुमति मांगी थीI लेकिन कुकी समाज प्रदर्शन की आड़ लेकर पिछले वर्ष से मैैतई समाज के ऊपर नरसंहार कर रहे हैI इन सब हालातो को देखते हुए राष्ट्रहित सर्वोपरि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक सोहनगिरी जी ने अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, भारत रक्षा मंच एवं अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर पिछले साल 3 मई 2023 से अब तक हो रहे कुकी मैतई संघर्ष का हवाला देते हुए भारत सरकार की राष्ट्रपति,पीएमओ,
ग्रह मंत्रालय, दिल्ली पुलिस कमिशनर से प्रदर्शन को रद्द करने का आग्रह कियाI
क्युकी जब जब कुकी आर्गेनाईजेशन प्रदर्शन करते हैं तब तब सुनियोजित तरीके से मणिपुर में मैैतई समुदाय पर आतंकी हमले होते हैंI इन प्रदर्शन के दोरान जो हमले होते हैं, उसमें देश विरोधी ताकतें कुकी आर्गेनाईजेशन को आर्थिक मदद करती हैई इसके साक्ष्य भी संगठन द्वारा मंत्रालयों ओर पुलिस को दिये गये. कुकी आर्गेनाईजेशन मिडिया ओर प्रदर्शनों को काफी बड़े पैमाने पर सम्पूर्ण भारत में आर्गेनाईज करते हैं।
मणिपुर में जब स्तिथि थोड़ी सही होती है, दोनो समुदाय शांति की ओर अग्रसर हो रहे होते हैं तब तब वहां फिर कुकी संगठन शांति पूर्ण प्रदर्शन के नाम पर मैतई समुदाय पर हमला कर देते हैंI हमेशा शुरुवात कुकी संगठनों के उपद्रवियों द्वारा ही की जाति है। जब मैतई समुदाय एकजुट होकर आत्म सुरक्षा के लिए इनका सामना करते है, तो ये हुमन राइट कमिशन में गुहार लगाने लगते हैंI मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते है. एवं सेपरेट नेशन एडमिनिस्ट्रेशन की भी मांग शुरु कर देते हैंI
वर्तमान में 31/08/24 के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के साथ कुकी समाज के उपद्रवियों द्वारा मैतई समुदाय पर ड्रोन से हमला कर फिर से एक तरफा सुनियोजित आंतक मचाना शुरु कर दिया हैI जिसमें अभी तक 3 से 4 लोगों कि जाने भी जा चुकी हैI कुकी समुदाय शांति पूर्ण प्रदर्शन के नाम पर पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित कर फिर मणिपुर में हिंसा कर यह साबित कर रहा कही ना कही कुकी समुदाय देश के सामने अघोषित युद्ध की स्तिथि पैदा कर अपनी सेपरेट एडमिनिस्ट्रेशन की अनुचित मांग को बुलंद कर रहाI
भारत सरकार एवं राज्य सरकार को मजबूर करना चाह रहा है
अपनी मांगों को मनवाने के लिए। कुकी लोगों का इतिहास मणिपुर में 200 सालों का है,ओर मैतई समाज 2000 साल से भी पहले मणिपुर का मुलभुत प्राचीन निवासी हैई अंग्रेज़ों ने अपने शासन में एवं इंदिरा गांधी सरकार ने 1971 में आर्टिकल 371 c बना कर मणिपुर के मूलभूत निवासी के साथ धोखा किया I मेतई समाज को सिर्फ 10 प्रतिशत भू भाग देकर जिसमें 10 प्रतिशत में भी सभी अन्य(सिख,जैन, मुस्लिम अन्य सभी मणिपुरी जनजाति) भी शामिल हैं। कुकी नागा अन्य जनजातियों को 90 प्रतिशत भू भाग दिया गया जहाँ बड़े पैमाने पर ड्रग्स की खेती वनो की कटाई, घुसपेठियों को बसाया जा रहा हैI
गिरी जी ने कुकी आतंकियों की निंदा करते हुए कड़े शब्दों में कहा कि वर्तमान में हो रही समस्या का मूल कारण स्वार्थी नेता ओर पूर्व की कांग्रेस की सरकार है!
भाजपा सरकार द्वारा स्तिथि से निपटने के लिए 70000 सैनिक 3 मई 2023 से मणिपुर के हिल एरिया में तैनात किये उसके बाद भी कुकी मिलीटेंट्स द्वारा इस तरह का हमला सेना को और भारत सरकार को चुनौती दे रहा है,पिछली कांग्रेस सरकार की नीतियों ने मणिपुर के मूल निवासी मैतई समाज का वनों से पूर्णतः पलायन करवा कर वनों के भू भाग में कुकी जनजातियों द्वारा कब्ज़ा करवा कर बांग्लादेश से ओर म्यांमार से घुसपेठियों को बसा कर मनमानी कर रहे है।
भारत सरकार जल्द मणिपुर में शांति के लिए एन.आर.सी लागु करे। आर्थिक आधार पर आरक्षण हो ओर भुभाग की समस्या को ख़तम करने के लिए केंद्र 371 c को पहले विधानसभा में फिर दोनो सदनो में निरस्थ करे ओर कुकी आर्गेनाईजेशन द्वारा किसी भी प्रदर्शन पर रोक लगाए I कुकी जनजातियों को विद्रोह के लिए जिस तरह से आर्थिक मदद देश विरोधी ताकतों से मिल रही है उसपर भी नज़र रखी जाए । केंद्र राज्य सरकार के साथ मिलकर कुकी आतंकियों द्वारा किये सुनियोजित युद्ध का जवाब युद्ध से देI