राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है, जिसमें बताया गया कि दिनांक 18 अगस्त, 2024 को महाराष्ट्र के ठाणे जिले के स्कूल के स्टाफ द्वारा चार साल की दो नाबालिग छात्राओं के साथ कथित तौर पर यौन शोषण किया गया। स्कूल कर्मचारी स्कूल में लड़कियों के शौचालय की सफाई कार्य में लगा हुआ था, जहां उसने कथित तौर पर दिनांक 12-13 अगस्त, 2024 को लड़कियों को अपना शिकार बनाया। कथित तौर पर, माता-पिता ने सवाल उठाया है कि लड़कियों के वॉशरूम की सफाई के लिए महिला स्टाफ सदस्य को क्यों तैनात नहीं किया गया। कथित तौर पर, मामले में पुलिस से शिकायत करने के बाद एफआईआर दर्ज करने में लगभग 12 घंटे की देरी हुई।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो यह पीडि़ताओं के मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दे उठाती है। तदनुसार, आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र को नोटिस जारी कर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें एफआईआर दर्ज करने में देरी के कारण, एफआईआर की स्थिति और पीड़ित लड़कियों के स्वास्थ्य की स्थिति भी शामिल होनी चाहिए।
आयोग यह भी जानना चाहेगा कि क्या अधिकारियों या स्कूल प्रबंधन द्वारा पीड़िताओं को कोई परामर्श प्रदान किया गया है। रिपोर्ट में यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए/प्रस्तावित कदमों का भी उल्लेख होना चाहिए, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अधिकारियों से दो सप्ताह के भीतर जवाब अपेक्षित है।