मारवाड़ी समुदाय ने सर्वसम्मति से सिएमएस संशोधनों को नकारा

कटक, ऐतिहासिक नगरी कटक की मारवाड़ी बिरादरी, समुदाय ने कल एक बड़ी सभा स्थानीय मारवाड़ी क्लब में आयोजित कर कटक मारवाड़ी समाज के नेतृत्व द्वारा किए गए गैरकानूनी, गैरजरूरी,असंविधानिक संशोधनों को संपूर्ण रुप से , सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर नकार दिया।

मारवाड़ी समुदाय की एक बड़ी सभा का आयोजन स्थानीय मारवाड़ी क्लब में कल संध्या समय किया गया था। उपरोक्त बड़ी सभा में समाज के सभी घटकों के लोग, मातृशक्ति सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।

मारवाड़ी समुदाय की इस महत्वपूर्ण सभा में सभापति रहे , सिएमएस के फाउंडर प्रेसिडेंट गणेश प्रसाद कंदोई।इस सभा का संचालन किये शुभकरण सिंघी ।सभा में मंचासीन थे समाज के सभी घटकों के प्रतिनिधि।

समाजसेवी गणेश प्रसाद कंदोई ने अपने संबोधन में बोला कि मैंने हाल के दिनों में सिएमएस संशोधनों को लेकर अपनी तरफ से भरसक प्रयास किया कि कैसे भी हो समाज में एकता बनी रहे ,आपस में भाईचारा कायम रहे , इसके लिए मैंने अपने कार्यालय में समाज बंधुओं की एक बैठक भी बुलाई लेकिन मुझे सफलता नहीं मिली। नतीजतन आज समाज बंधुओं की बड़ी सभा बुलाई गई। अतीत में किये गये सारे संविधान संशोधन गैरकानूनी, गैरजरूरी, असंविधानिक हैं।

सभा के प्रारंभ में शिक्षक सिद्धार्थ शर्मा ने लंबा भाषण दिया।वे पूरी तैयारी के साथ कुछ प्रिंट आउट साथ में लाये थे। उन्होंने उदाहरण के साथ सिएमएस के संविधान संशोधनों को सिरे से खारिज किया।

सभा में सिएमएस के पूर्व अध्यक्ष विजय खंडेलवाल ने अपने संबोधन में समाज के अंदर एकता, एकजुटता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जो भी आप असहमति आने वाले समय में जतायें , शांति पूर्ण तरीके से जतायें।

समाजसेवी संपत्ति मोड़ा ने पिछले सिएमएस नेतृत्व द्वारा मातृशक्ति की किस तरह उपेक्षा की गई,उस पर प्रकाश डाला एवं क्षोभ व्यक्त किया।
सभा को समाजसेवी अविनाश खेमका,सुनिल कोठारी,शंभु गोयनका ने भी संबोधित किया।

सभा को सम्बोधित करने वालों में पत्रकार नन्द किशोर जोशी भी थे। उन्होंने कई ऐतिहासिक,कानूनी, संविधानिक उदाहरणों के साथ बताया कि सिएमएस का संविधान संशोधन समाज हित में नहीं है।इसे समाज की मीटिंग में वापस लिया जाना चाहिए।समाज बंधुओं को शांति पूर्ण, गणतांत्रिक तरीके के साथ अपनी जायज मांग रखनी चाहिए ,आने वाली प्रस्तावित मीटिंग में।

अंत में सभा को संबोधित किये आगामी सिएमएस चुनाव में प्रेसिडेंट के उम्मीदवार समाजसेवी संजय शर्मा ने। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मेरी तमन्ना है कि समाज में सभी एकजुटता, एकता, समरसता के साथ रहें । मैं भी अपनी तरफ से समाज में भाईचारा, बंधुत्व को बढाने के लिए हरसंभव, हमेशा प्रयासरत रहूंगा।

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