एनएचआरसी अपनी 10वीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए मानव अधिकार मुद्दों पर आधारित लघु फिल्मों हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित करता है

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने अपनी दसवीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए मानव अधिकार मुद्दों पर आधारित लघु फिल्मों हेतु प्रविष्टियाँ आमंत्रित की हैं। प्रविष्टियाँ प्राप्त होने की अंतिम तिथि 30 अगस्त, 2024 है। विजेता प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

लघु फिल्म पुरस्कार योजना 2015 में आयोग द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य मानव अधिकारों के संवर्धन एवं संरक्षण की दिशा में सभी आयु वर्ग के भारतीय नागरिकों के सिनेमाई और रचनात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित करना और स्वीकार करना है। पिछली सभी प्रतियोगिताओं में आयोग को देश के विभिन्न हिस्सों से जबरदस्त प्रतिक्रियाएँ मिलीं।

लघु फिल्में अंग्रेजी या किसी भी भारतीय भाषा में हो सकती हैं और उपशीर्षक अंग्रेजी में होंगे। लघु फिल्म की अवधि न्यूनतम 3 मिनट और अधिकतम 10 मिनट होनी चाहिए। लघु फिल्म एक वृत्तचित्र, वास्तविक कहानियों का नाटकीकरण या काल्पनिक कृतियां हो सकती है। फिल्म एनीमेशन सहित किसी भी तकनीकी शूटिंग और फिल्म निर्माण प्रारूप में हो सकती है।

लघु फिल्मों का विषय विभिन्न सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक अधिकारों पर आधारित होना चाहिए। यह फिल्म निम्नलिखित के दायरे में एनीमेशन सहित किसी भी तकनीकी प्रारूप में एक वृत्तचित्र, वास्तविक कहानियों का नाटकीकरण या काल्पनिक कृतियां हो सकती है:

• जीवन, स्वतंत्रता, समानता और सम्मान का अधिकार,

• बंधुआ और बाल श्रम, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों से संबंधित विशिष्ट मुद्दों को कवर करना,

• बुजुर्ग व्यक्तियों की चुनौतियों में अधिकार,

• दिव्यां गजनों के अधिकार,

• हाथ से मैला ढोना, स्वास्थ्य सेवा का अधिकार,

• मौलिक स्वतंत्रता के मुद्दे,

• मानव दुर्व्यापार,

• घरेलू हिंसा,

• पुलिस अत्याचार के कारण मानव अधिकारों का उल्लंघन,

• हिरासत में हिंसा और यातना,

• सामाजिक-आर्थिक असमानताएँ,

• घुमंतू और विमुक्त जनजातियों के अधिकार,

• जेल सुधार,

• शिक्षा का अधिकार,

• पृथ्वी ग्रह पर जीवन को प्रभावित करने वाले पर्यावरणीय खतरों सहित स्वच्छ पर्यावरण का अधिकार,

• काम का अधिकार,

• कानून के समक्ष समानता का अधिकार,

• भोजन एवं पोषण सुरक्षा का अधिकार,

• LGBTQI+ के अधिकार,

• मानव निर्मित या प्राकृतिक आपदा की वजह से हुए विस्थापन के कारण मानव अधिकारों का उल्लंघन,

• भारतीय विविधता में मानव अधिकारों और मूल्यों को उत्साव के तौर पर मनाना,

• जीवन और जीवन स्तर में सुधार लाने हेतु विकास पहल, आदि।

प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कोई भी व्यक्ति कितनी प्रविष्टियाँ भेज सकता है, इसमें कोई प्रवेश शुल्क या रोक नहीं है। हालाँकि, प्रतिभागियों को प्रत्येक फिल्म को विधिवत भरे हुए प्रवेश पत्र के साथ अलग से भेजना होगा। प्रवेश पत्र के साथ नियम और शर्तें एनएचआरसी की वेबसाइट: www.nhrc.nic.in या लिंक: यहां क्लिक करें से डाउनलोड की जा सकती हैं।

फिल्म, विधिवत दाखिल प्रवेश फॉर्म और अन्य आवश्यक दस्तावेज गूगल ड्राइव का उपयोग करके [email protected] पर भेजे जा सकते हैं। कोई भी प्रश्न/संदेह हो तो, इस ईमेल पते पर भी भेजा जा सकता है।

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