गाँधी का प्रिय भजन कहा जाता है। वैष्णव जन तो तैने कहिए जो पीर पराई जाने रे।यह भजन दुनिया को सुनाने के लिए है। उनका ब्यवहार यह प्रमाणित करता है कि वे महान राक्षस थे। जब पाकिस्तान में हिंदुओं का नरसंघारहो रहा था। हिंदू स्त्रियों को नंगा घुमाया जा रहा था हिंदू लोग गाँधी से जब मिलने गये कि उनको बचाया जाय। गाँधी के हाथ में इतनी बड़ी ताक़त थी भारत की सरकार उसकी मुट्ठी में थी। इस लिए तो हिंदू उनके पास गये थे। गांधी को उनको बचाने के लिए भारत सरकार से कुछ नहीं कहना व हिंदुओं से यह कहना। मुसलमान तुम्हें मारता है तो उसके हाथ मार जावो। यही प्रमाण करता है गाँधी नामक एक राक्षस हिंदू क़ौम में पैदा हुवा।
