ममता बनर्जी कभी भी छात्रपरिषद में लड़ाकू नेता नहीं थी उससे अधिक लड़ाकू हम थे सुब्रतों मुखर्जी कि पास वह जाती थी सुब्रतों दाने उसको श्रमिक नेता के रूप में विदेश भेजा था जादवपुरसे टिकट दिया आशुतोस लाहाको भी दम दम से टिकेटवामिला इंदिरा गांधी की मृत्यु की हवामें जादवपुर व दम डैदम से कांग्रेसी जीत गई ममता मैदम होता तो वह १९९९ के चुनाव में जादवपुर से जीतती दम दम से आशुतोष लाहा भी हारगयेममता ने इसके बाद डर कर वह जादवपुर से लड़ने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाई कांग्रेस के लिए अच्छी सिट दक्षिण कलकत्ता से लड़ी वराजीव गांधी की सहानुभूत में जीत गई फिर अपनी विजय को बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी से बिस्वास घात कर पोटा कविरोध कर स्मकलकत्ता के मुस्लिम वोट को अपने लिए मज़बूत बनाया व चुनाव जीता फिर वाजपेयी की गाड़ी पर सवार हो गई। बंगाल में सीपीएम से लड़ाई हरकांग्रेस कार्यकर्ताने लड़ी ममता को सीपीएम ने उस पर हमला कर उसको नेता बनाया नहीं तो कांग्रेश्वेकेस नेता सोमें मित्र दासमूंशी थे ममता तो हम लोगो के बराबर की नेता थऑस्कर फ़र्नांडीस के दूत को क्या यहआश्वासन नहीं दिया तृणमूल कांग्रेस।

सोनिया कांग्रेस रहेगी और २०११ का चुनाव कांग्रेस के सहयोग से जीत गई ख़ानदानी बेईमान ममता बनर्जी ने प्रदेश कांग्रेस से बड़ा बनने केलिये वाजपेयी का सहारा लिया पश्चिम बंगाल कांग्रेस से बड़ी बनते ही वाजपपेयिनी को लात मार दिया फिर सोनिया गांधी के सहयोग से पावरमें आने के बाद कांग्रेस को ख़त्म करने मलगपश्चिम बंगाल में ममताके नेतृत्व में बांग्लादेश सेक्यूस्लिम घुस पैठियेआ रहे है हिन्दू महिलावों का गाँव बंगाल मै जीना मुश्किल हैऊँका मुस्लिम अत्याचारी सामूहिक बलात्कार कर रहे है मुस्लिम इलाक़ों माँ हिंदू अपना पूर्व पूजा नहीनमा प्स्टीव्यूज़लम अत्याचारी दुर्गा माँ सरस्वती मापरचमलक्रीकर्तम कोई कार्य वाही नहीं करती किसी को गिरफ़्तार नहीं करती ममता ने नंदी ग्राम की लड़ाई के बल पर बम फ़्रंट को उखाड़ा उसका नायक सुवेंदु अधिकारी थाअभिषेक बनर्जी का तो राजनीति में जन्म भी नहीं हुवाहुममेटैक्स्टमानेव् अधिकारी के साथ अभिसेक बनर्जी को नेता बनाने केकलिये बेईमानी की तुमने अभिषेक बनर्जी को नेता बनाने के लिए सोमें नमित्र। से बेईमानीन की सोमें नमित्र के माध्यम सॉ डायमंड हगड़बड़ जितानेक फिर सोमें नमित्र को दल छोड़नेवाज़बूर काके अभिसेक बनर्जी को वहाँ से सांसद बना दिया।