देश भर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की देखरेख और रखरखाव के अंतर्गत 3698 केंद्रीय संरक्षित स्मारक/स्थल हैं, जिनमें ओडिशा राज्य के 81 स्मारक/स्थल शामिल हैं। एएसआई राष्ट्रीय संरक्षण नीति और प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष (एएमएएसआर) अधिनियम, 1958 के प्रावधानों के अनुसार ओडिशा के पुरी और कोणार्क के स्मारकों सहित प्राचीन स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण, जीर्णोद्धार, रखरखाव और विकास कार्यों का कार्य करता है। पिछले तीन वर्षों के दौरान ओडिशा राज्य में संरक्षण, जीर्णोद्धार, रखरखाव और विकास कार्यों के लिए एएसआई द्वारा आवंटित धन का विवरण इस प्रकार है:

(राशि करोड़ रुपये में)
क्र. सं. | वर्ष | आवंटन |
1. | 2021-22 | 8.23 |
2. | 2022-23 | 13.18 |
3. | 2023-24 | 12.29 |
सभी संरक्षण कार्य उपलब्ध संसाधनों के अनुसार किए जाते हैं और स्मारकों का संरक्षण अच्छी स्थिति में है। जहां भी आवश्यक हो, सभी संबंधित स्थानीय हितधारकों को भी संरक्षण संबंधी निर्णय लेने में शामिल किया जाता है।
यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दी।