एनएचआरसी ने तेलंगाना के कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के जैनूर शहर में आदिवासी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बीच एक महिला के साथ कथित बलात्कार तथा उसकी हत्या के प्रयास से इलाके में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की स्थिति पैदा करने वाली घटना पर स्वत: संज्ञान लिया

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि 4 सितम्‍बर, 2024 को तेलंगाना के कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के जैनूर शहर में आदिवासी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बीच एक महिला के साथ कथित बलात्कार तथा उसकी हत्या के प्रयास ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की स्थिति पैदा कर दी। कुछ दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान जला दिए गए और एक धार्मिक स्थल पर पथराव किया गया। प्रशासन को प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू और इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाना पड़ा; अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किए गए। कथित तौर पर, आरोपी अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया और समुदाय के बुजुर्गों ने स्थिति को संभाल लिया।

आयोग ने पाया है कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो यह मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। आयोग ने तेलंगाना के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, पीड़िता का स्वास्थ्य, कानूनी परामर्श तथा राज्य अधिकारियों द्वारा उसे दिए जाने वाले मुआवजे को शामिल किया जाना अपेक्षित है। जवाब दो सप्ताह के भीतर अपेक्षित है।

5 सितम्‍बर, 2024 को जारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह आदमी, जो एक ऑटो-रिक्शा चालक था, जब महिला के शोर मचाने पर उसका यौन उत्पीड़न करने में असफल रहा, तो उसने छड़ी से मारकर उस महिला की हत्या करने का प्रयास किया और उसे सड़क पर बेहोश छोड़ दिया। महिला को अस्पताल ले जाया गया और होश में आने के बाद उसने पुलिस को घटना के बारे में बताया।

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