पुरानी सड़कों का रखरखाव

विभिन्न सेतुओं, संरचनाओं आदि सहित राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) का रखरखाव और देखभाल विभिन्न तरीकों से, जैसे कि निर्माण और दोष दायित्व सह रखरखाव/संचालन अवधि के दौरान एनएच विकास परियोजनाओं के ठेकेदारों/रियायत प्राप्तकर्ताओं, संचालन, रखरखाव और स्थानांतरण (ओएमटी), प्रदर्शन आधारित रखरखाव अनुबंध (पीबीएमसी), अल्पावधि रखरखाव अनुबंध आदि जैसे रखरखाव अनुबंधों और टोल, संचालन एवं स्थानांतरण से जुड़े विभिन्न प्रकार के ठेकेदारों और रियायत प्राप्तकर्ताओं द्वारा किया जाता है।

सेतुओं सहित राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए दृश्य एवं उपकरण आधारित आवधिक निरीक्षण, मूल्यांकन और निगरानी अनिवार्य कर दी गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समय पर मरम्मत/पुनरुद्धार से जुड़े उपायों के माध्यम से एनएच के विभिन्न घटकों की संरचनात्मक विश्वसनीयता बनी रहे। कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण सेतुओं के वास्तविक समय के आधार पर संरचनात्मक स्वास्थ्य निगरानी भी की जाती है। मंत्रालय ने देश में संपूर्ण एनएच नेटवर्क पर सेतुओं और अन्य संरचनाओं की निगरानी व रखरखाव के लिए भारतीय पुल प्रबंधन प्रणाली (आईबीएमएस) को भी मंजूरी दे दी है।

हरित राजमार्ग (वृक्षारोपण, प्रत्यारोपण, सौंदर्यीकरण और रखरखाव) नीति, 2015 एनएच गलियारों की हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को कवर करती है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर वृक्षारोपण उक्त नीति के अनुसार किया जाता है।

यह जानकारी केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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