राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बांसगांव परसौनी में एक सरकारी माध्यकमिक विद्यालय के 184 छात्र 5 फरवरी 2024 को मध्याह्न भोजन के उपरांत बीमार पड़ गए। कथित तौर पर, छात्रों ने भोजन से केरोसिन तेल की गंध आने की शिकायत की। उन्होंने पेट दर्द और उल्टी की भी शिकायत की, जिसके बाद उन्हें विभिन्नन अस्पतालों में ले जाया गया।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो यह छात्रों के मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। रिपोर्ट की गई घटना स्कूल अधिकारियों की ओर से पर्यवेक्षी चूक की ओर इशारा करती है, जिसके कारण शायद अस्वास्थ्यकर भोजन तैयार किया गया और बच्चों को परोसा गया।
तदनुसार, आयोग ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए/उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदम भी शामिल होने चाहिए, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। आयोग यह जानना चाहता है कि क्या उक्तन स्कूल द्वारा सरकारी दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है, यदि नहीं, तो लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
नोटिस जारी करते हुए, आयोग ने कहा है कि मध्याह्न भोजन तैयार करने और परोसने के लिए स्कूल की रसोई में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता के बारे में भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। बच्चों को भोजन परोसने से पहले शिक्षक द्वारा भोजन को चखना और उसका रिकॉर्ड रखना भी अनिवार्य है।
6 फरवरी, 2023 को आई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों को बेतिया सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा सरकारी उप-विभागीय अस्पताल बगहा ले जाया गया। स्कूल के हेडमास्टर को हिरासत में लिया गया है।