इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार
राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारत हिन्दू महा सभा।
गांधी हिंदू क़ौम को पूर्णतः कायर, डरपोक क़ौम में बदलाना चाहते थे। इस लिये उन्होंने हिंदू धर्म में अहिंसा लाने का प्रयोग किया। कृष्ण राम महाराणा प्रताप शिवाजी सभी की भद्दे से भद्दे ढंग में आलोचना की। ताकि हिंदू जाति कायर व डरपोक बन जाये। केरल के मोपला में हिंदुओं पर जुवे मुसलमानों के जुल्म की, हज़ारो हिंदू स्त्रियों स्त्रियों से हुवे बलात्कार की मुसलमानों की बहादुर क़ौम के रूप में प्रशंसा की। गांधी हिंदू जाति को कायर जाती में बदल नहीं पाये। अंग्रेजों के राज को वे बचाते रहे,पर वीर सावरकर- रासबिहारी बोस- सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेज़ी राज की जड़मूल से उखाड़ फेंका। भारत के विभाजन व लाखों हिन्दुओं के नरसंघार का पापी होने का दंड गांधी को भोगनां पड़ा वीर नाथूराम गोडसे ने उसका बध कर यह प्रमाणित किया हिंदुओं में आज भी राम कृष्ण महाराणा प्रताप शिवाजी का खून बह रहा है। जो राक्षस का प्राण लेने से नहीं डरता।