नेहरू ने इतिहास में तो झूट लिखाया ही गाने बना कर जन जन तक पहुँचा दिया देदी हमे आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल सावरमाती के संत तूने कर दिया कमाल लोगो की ज़ुबान तक यह गीत पहुँच गया भारत का बच्चा बच्चा कहने लगा गांधी ने देश को आज़ाद किया गांधी नेहरू दोनों अंग्रेजों के दलाल थे गांधी को अंग्रेज इसीलिए उसको दक्षिण अफ़्रीका से लाते है आर राजनीती मेंपग पग पर उसको मदद करते है चाहे चंपारण आंदोलन हो उसे अण्डमान वीर सावरकर की तरह या तिलक। लाजपत राय सुभास बोस की तरह मंडला जेल नहीं भेजते है उसे रखते है बीबी के साथ आगा ख़ान महलमें नेहरूको रखते है अल्मोड़ा पहाड़ी पर ताकि स्वास्थ अच्छा रहे सावरकरएक वर्ष में अपने परिवार को सिर्फ़ एक पत्र लिख सकते थे सुभाष बाबू भी काँग्रेस अध्यक्ष रहते हुवे भारत छोड़ो आंदोलन कार्यवक्रम बनाया गांधी नेयह कह कर मैं अंग्रेजो को इस विपत्ति के समय और विपत्ति में नहीं डाल सकता सुभाष बोस को।

भारत छोड़ो आंदोलन की इजाजत नहीं देते वही गांधी १९४२ में। सुभाष बाबू वाला भारत छोड़ो आंदोलन करते है क्योंकि जापान बर्मा में आगया है कांग्रेस का बहुमत सुभाष बोस के साथ था गांधी जानते थे जब सुभाष बोस भारत में पहुंचेगा तो उसके समर्थक जेल में हो सुभाष की मदद नहीं करसके इस लिए १८४२, में भारत छोड़ोपर अपनी सेना यहाँ रक्षित आंदोलन किया अंग्रेज अपनी सेना यहाँ रखेंगे तो भारत क्यों छोड़ेंगे गांधी ने सुभाष बोस के सभी क्रांतिकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अंग्रेजों की जेल में भिजवा दिया सुभाष भारत की ज़मीन इम्फ़ाल अंडमान म आकार अंग्रेजोंसे लड़ रहे थे यदि हीरो सीमा नागासाकी पर अमेरिका एटम बॉम नहीं फेंकता जापान आत्म समर्पण नहीं करता तो सुभाष बोस लालकिले परभारतीय राष्ट्रीय सेना का तिरंगा फहराते पर वीर सावरकर ने हिन्दुवो के सैनिकी करण अभियान के चलते अंग्रेजों की सेना में ६ लाख देश भक्त हिंदू सैनिकों को प्रवेश करा कर अंग्रेजों की सेना का भारतीय करणकर दिया सेना अंग्रेजों की वफादार भारत माता के।
ब्रिटिश संसद से लेकर भारत में आए ब्रिटिश प्रधानमंत्री एटली ने ब्रिटिश संसद में भारत को स्वाधीन करने का मुख्य दो कारण बताया। हम हमारी दो सैनिक कमजोरी के चलते भारत को स्वाधीनता दे रहे है भारत में हमारी ब्रिटिस सेना हमारे प्रति वफ़ादार नहीं रही भारत यात्रा में १९५६ में येटली ने कहा हम सुभाष चंद्र बोस ए भारतीय राष्ट्रीय सेना के चलते भारत को छोड़ने को मजबूर हो गए उन्होंने आगे। साफ़ किया हमसे भारत को छुड़वाने में गांधी के आंदोलन का कोई प्रभाव नहीं। सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिन्द आकाशवाणी में कहा वीर सावरकर निर्भीकता के साथ। हिन्द के युवकों को सेना में भर्ती करारहे है वे प्रशिक्षित सैनिक भारतीय राष्ट्रीय सेना को मिल रहे है.
