भारत और इथियोपिया के बीच संयुक्त रक्षा सहयोग (जेडीसी) की पहली बैठक 15 अक्टूबर, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित की गई। यह बैठक द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) श्री अमिताभ प्रसाद और इथियोपिया के रक्षा विदेश सम्बंध एवं सैन्य सहयोग महानिदेशक मेजर जनरल तेशोम गेमेचु ने की।

बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने मौजूदा रक्षा सहयोग की समीक्षा की और प्रशिक्षण, संयुक्त सैन्य अभ्यास, चिकित्सा सहयोग और रक्षा उद्योग में सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा की। दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने रक्षा सहयोग गतिविधियों को और व्यापक बनाने पर सहमति व्यक्त की।
यह बैठक भारत और इथियोपिया के रक्षा मंत्रियों के बीच 2025 की शुरुआत में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत स्थापित संस्थागत तंत्र का हिस्सा है। इस समझौता ज्ञापन ने दोनों देशों के बीच नियमित आदान-प्रदान और रणनीतिक संवाद के लिए एक संरचित ढांचा स्थापित किया।
इथियोपिया, अफ्रीका में भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच 1958 से ही रक्षा सहयोग जारी है। यह सम्बंध निरंतर मजबूत हो रहा है। 14-16 अक्टूबर, 2025 तक नई दिल्ली में भारत द्वारा आयोजित संयुक्त राष्ट्र सैन्य योगदानकर्ता देशों (यूएनटीसीसी) के प्रमुखों के सम्मेलन में इथियोपिया के सेना प्रमुख की भागीदारी से भी यह साबित होता है।
रक्षा के अलावा, भारत और इथियोपिया के बीच 2,000 वर्षों से भी अधिक पुराने ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंध हैं। दोनों देशों के बीच 1950 में पूर्ण राजनयिक सम्बंध स्थापित हुआ और आज व्यापार, संस्कृति, शिक्षा तथा विकास के क्षेत्र में सहयोग स्थापित है।
संयुक्त रक्षा सहयोग परिषद (जेडीसी) की पहली बैठक का सफल आयोजन भारत और इथियोपिया के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करता है और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उनके साझा संकल्प की पुष्टि करता है। बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा विभाग, तीनों सेनाओं, एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय (एचक्यू आईडीएस), रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।