राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने महाराष्ट्र के पालघर स्थित एक दवा निर्माण इकाई में लीक हुई नाइट्रोजन गैस की चपेट में आने से चार श्रमिकों की मौत और दो अन्य के घायल होने की खबर का स्वतः संज्ञान लिया है।

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया है कि 21 अगस्त, 2025 को महाराष्ट्र के पालघर जिले के तारापुर के बोइसर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक दवा निर्माण इकाई में लीक हुई नाइट्रोजन गैस की चपेट में आने से चार श्रमिकों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। घटना के समय 36 श्रमिक मौजूद थे।

आयोग ने पाया है कि यदि समाचार रिपोर्ट सत्य है, तो इसकी विषयवस्तु मानव अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसलिए, आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

रिपोर्ट में जाँच की स्थिति, मृतकों के परिजनों को प्रदान किया गया मुआवज़ा (यदि कोई हो), और घायल श्रमिकों के स्वास्थ्य की जानकारी शामिल होने की उम्मीद है।

22 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ज़िला अधिकारियों ने गैस रिसाव के कारण का पता लगाने और यह आकलन करने के लिए घटना की जाँच शुरू कर दी है कि क्या कोई सुरक्षा चूक हुई थी।

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