कटक कोरोना टीकाकरण अजब गजब समाचार

कटक,शहर में टीकाकरण की जब से शुरुआत हुई है ,तब से लेकर आजतक टीकाकरण यहाँ ब्यवस्थित नहीं होपाया है.कभी ओफलाइन टीकाकरण चल रहा है,कभी ओनलाइन टीके लगाये जारहे हैं,कभी दोनों तरीकों से टीके लगाये जारहे हैं.

दोनों तरीकों में से कोई एक भी तरीका सिएमसी द्वारा ढंग से ,नियम से नहीं चलाया जारहा है.शहर के सारे टीकाकरण केंद्रों पर सारेदिन अफरातफरी मची रहती है.सही जवाब देनेवाला टीकाकरण केंद्रों पर कोई जिम्मेदार ब्यक्ति नहीं है.

आलम यह है कि जिन ब्यक्तियों ने 2 डोज टीके की लेली है ,उनमेंसे कईयों के पास मोबाईल में मेसेज आते हैं,टीके लेने के लिए.

ठीक इसीतरह प्राइवेट नर्सिंगहोम से अनेक लोगों के पास मोबाईल में मेसेज आते हैं ,टीके लेने के लिए, जब ब्यक्ति मेसेज के आधार पर नर्सिंगहोम पहुंच ता है ,तब उन्हें कहाजाता है कि हमने मेसेज भेजा ही नहीं है.

इससे साफसाफ यह साबित होता है कि ये सारा खेल प्राइवेट नर्सिंगहोम का है ,वे आगे से आमलोगों को इशारा देरहे हैं कि आज नहीं तो कल हम आपको टीके लगायेंगे, आप यूँही रोजरोज यहाँ आते रहो,धक्के खाते रहो.कभी न कभी तो निकट भविष्य में हम आपको टीके लगा ही देंगे,बस थोडा इंतजार और करलो,थोडे और धक्के खाते रहो.

दूसरी तरफ सिएमसी सरकारी संस्था है.अजब गजब ब्यवस्था चला रखे हैं.कभी ओफलाइन में कूपन देते हैं,कभी ओनलाइन की बात करते हैं.

ओनलाइन में बूकिंग कर के भी ,समय पर जाने पर भी लोगों को बिना टीके के वापस करदेते हैं,कईबार. बदनामी, बदइन्तजामी से सिएमसी को कोई फर्क नहीं पडता. इसका कारण यह है कि पिछले ढाइ साल से कटक में निर्वाचित कांउसिल है नहीं,ऐसे में अधिकारी तो मनमानी करेंगे ही,कहने ,सुनने वाला आज उन्हें कोई नहीं है.

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