एक जमाने मे नेता, मंत्री और प्रशासक साष्टांग दंडवत प्रणाम करते थे, जानिये इस रिपोर्ट से

वह कभी नेता निर्माण कारखाने के मालिक हुआ करते थे। कितने नवयुवकों ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उनके हाथों से की है, इसकी गणना नही है। वे अब इस संसार मे नहीं रहे, वह व्यक्ति का नाम था प्यारी मोहन महापात्र । वह थे बीजू जनता दल के मुख्य मार्गदर्शक ।

प्रशासक से राजनीति में प्रवेश किया था । नवीन और बीजू पटनायक के बहुत करीब थे। यही कारण था कि वह बहुत बड़े बड़े नेताओं को निष्कासित करने में सक्षम थे जो भविष्य में नवीन की राह में कांटे होते। इनमें दिलीप रॉय, रामकृष्ण पटनायक और विजय महापात्र जैसे नेता भी शामिल थे।

उन्होंने एक पीढ़ी को साफ किया और बीजू जनता दल में नये नये युवा चेहरे को सबसे आगे लाया। जो अब बीजू जनता दल के मुख्य बन काम कर रहे हैं। हालांकि प्यारिमोहन इस नये पुराने विवाद को लेकर विवादों में घिर गये थे। 2012 तक प्यारिमोहन बीजू जनता दल के सक्रिय सदस्य थे। लेकिन एक रात की सभा ने उन्हें हमेशा के लिए बदनाम कर दिया। वह दिन 29 मई 2012 था।

एक जमाने मे उन्हें नेता, मंत्री और प्रशासक साष्टांग दंडवत प्रणाम करते थे । ओड़िशा का पॉवर पॉइंट एक वक़्त पर भुवनेश्वर , शहीद नगर का 111 नंबर घर था। यह घर प्यारिमोहन का था। आज बीजू जनता दल के पॉवरफूल नेता जैसे कि अरुण साहू, बॉबी दास, अतुनु सब्यसाची समेत अनेक प्यारिमोहन के राजनीतिक शिष्य है।

29 मई की वह सभा के बाद ऐसा हुआ कि 2012 से उनके मृत्यु तक पार्टी का कोई भी नेता प्यारिमोहन के संपर्क में नहीं था। ओड़िशा राजनीति इतिहास में उनका नाम हमेशा वर्णित रहेगा। प्यारिमोहन को सुपर मुख्यमंत्री कहा जाता था। उनका वर्चस्व ऐसा था कि सरकार में कोई पद में ना रहते हुए भी उनके इच्छा के बिना एक पत्ता भी नही हिलता था।

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