कटक : डीएवी पब्लिक स्कूल राजाबगीचा कटक में महान साहित्य सम्मेलन – ‘अभिव्यक्ति – 2’ का आयोजन किया गया। हिंदी ,अंग्रेजी और ओड़िया भाषा के साहित्य और लेखन के प्रति नई पीढ़ी में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए प्रति वर्ष यह आयोजन किया जाता है। गणमान्य अतिथियों ने मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्जवलित करके सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया।

इस अवसर पर प्रो. डाॅ. बाबाजी चरण पट्टनायक, प्रो. डाॅ.अभिषेक शर्मा ( हिंदी) , प्रो. डा. श्रुति दास एवं कथावाचक श्री सुजित महापात्र जी के अलावा विद्यालय की अध्यक्षा डॉ. कंचनवाला पट्टनायक एवं प्रधानाचार्या श्रीमती सुजाता मिश्र ने अपने अनमोल वचन से कार्यक्रम में जान फूंक दिया। विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने आयोजन में चार चाँद लगा दिए।
सभी प्रबुद्ध महानुभावों ने अपने शब्दों के माध्यम से अपनी विद्वत्ता का परिचय दिया। सभी आ० अतिथियों ने साहित्य को जीवन का अभिन्न हिस्सा बताते हुए इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला एवं छात्रों को लेखन के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय की शिक्षिका आ० रीता झा के काव्य संग्रह ‘अनुरागी मन’ का विमोचन करताल ध्वनि के बीच बहुत ही भव्य तरीके से किया गया। रीता झा ने इस पुस्तक में जीवन व समाज के आसपास के विभिन्न पहलुओं पर सुंदर शैली एवं सरल शब्दों में मन के अनुराग को कविता के रूप में व्यक्त किया है।
इस अवसर पर विद्यालय की पूर्व छात्रा सतरूपा मिश्र एवं शिक्षिका सुश्री पद्मजा मिश्र के पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए रीता झा जी ने कहा कि साहित्य सम्मेलन के अंतर्गत हुआ यह विमोचन उनके लिए अविस्मरणीय अनुभव है। उनके साहित्यिक जीवन में आज एक और नया अध्याय जुड़ गया है।
उन्होंने विशेष रूप से आ० प्रधानाचार्या महोदया का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनकी पुस्तक के विमोचन हेतु उन्हें यह सुंदर मंच प्रदान किया।
अपने सभी सहयोगी शिक्षकों का भी खासकर आ० सोमा दास जी एवं आ० माला सिन्हा जी का भी आभार व्यक्त किया, जिनका सहयोग काबिले तारीफ़ था।
पुस्तक विमोचन पर समाज के प्रबुद्ध जनों ने रीता झा को हार्दिक बधाई दी एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएँ व्यक्त की हैं। तीनों भाषाओं के साहित्य के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए एवं विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम के बाद सम्मेलन का सफल समापन हुआ।