राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा में कल भारत के राजदूत द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य मंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया तथा सांसद श्री धवल पटेल और श्रीमती संध्या रे भी मौजूद थे।

उत्साह से भरे भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और स्लोवाकिया के बीच संबंध परस्पर सम्मान और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत और स्लोवाकिया के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों में लगातार प्रगाढ़ता आई है।
राष्ट्रपति ने उपस्थित लोगों को स्लोवाकिया के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष के साथ अपनी लाभप्रद बैठकों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इनमें विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तारित करने के उपायों पर चर्चा हुई। उन्होंने भारतीय समुदाय से कहा कि बातचीत में स्लोवाक नेताओं ने वहां रह रहे भारतीयों की कड़ी मेहनत और स्लोवाकिया के विकास और प्रगति में उनके बहुमूल्य योगदान के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
राष्ट्रपति ने भारत और स्लोवाकिया के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और आपसी समझ को और अधिक सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भारत के स्लोवाक मित्रों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भारत की विरासत और परंपराएं स्लोवाकिया के लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि स्लोवाकिया में योग और आयुर्वेद से लेकर भारतीय व्यंजनों तक की लोकप्रियता और भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते संबंधों के प्रमाण हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उपनिषदों का स्लोवाक भाषा में अनुवाद स्लोवाकिया के लोगों को भारत की प्राचीन शिक्षाओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा।
राष्ट्रपति ने नई दिल्ली रवाना होने से पहले आज सुबह भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भी बातचीत की।