ममता बनर्जी की दिवालिया राजनीति,बीजेपी को ज़बरदस्त जीत दिलायेगी

इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार

भूतपूर्व महामंत्री, यादवपुर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन

२०२१ का पश्चिम बंगाल बिधान सभा का चुनाव ममता बनर्जी ने जीता। बीजेपी नहीं जीत पाई । इसमें बीजेपी के लिये काम करने वाली टीम का कही दोष नहीं था। हिन्दू शरणार्थियों की पार्टी सीपीएम थी। बीजेपी के जो वोट ८१ लाख थे २०१४ के लोकसभा चुनाव में बढ़ कर २ करोड़ २८ लाख हो गय। बीजेपी के वोट इतने अधिक बढ़े ये तीन जगह से उसे मिले। सीपीएम से ९९ लाख। नये वोटर ३० लाख टीएमसी से १८ लाख एंटी इनकम्बैंसी के चलते। बीजेपी के वोट २०१४ के लोकसभा चुनाव के ८१ लाख वोट से १ करोड़ ४७ लाख बढ़ कर २ करोड़ २८ लाख हो गये। ममता के ३६ लोकसभा सदस्य कम होकर २२ हो गये बीजेपी के २ सदस्य बढ़ कर १८ हो गये। लोकसभा चुनाव के हिसाब से बीजेपी को राज्य की १२८ बिधान सभा की सीटो में बढ़त थी। सीपीएम की एक सीट भी नहीं मिली कांग्रेस को २ लोकसभा की सीट व १४ बिधानसभा क्षेत्र में बढ़त मिली। बीजेपी ने ज़ो लक्ष्य रखा था १८० सीट का,उसका एक ही कारण था बीजेपी को लगता था सीपीएम के बचे हुवे ६० लाख वोट उसे मिलेंगे। एंटीइनकम्बेंसी के २०-३० लाख वोट उसे मिलेंगे व वह २ करोड़ २८ लाख से बढ़ कर ३ करोड़ ८ लाख पर पहुँच जाएगी तथा टीएमसी २करोड़ ४८ लाख से घटकर २ करोड़ २८ लाख पर पहुँच जाएगी। बीजेपी का दुर्भाग्य रहा,सीपीएम से उसे एक भी वोट नहीं मिला।सीपीएम के सिटिंग एमएलए के चलते सीपीएम शरणार्थी वोट बच गये। ममता के बोहिरागत नारे ने बीजेपी का बंगाली मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं होने से काम कर गया तथा टीएमसी का इतने साल राज होने के चलते जो सत्ता बिरोधी वोट बीजेपी में जाने थे वे जा नहीं सके। ममता ने मुसलमानों में बीजेपी आजाएगी तो एनआरसी लागू हो जाएगा कांग्रेस का सारा बचा हुवा ४० लाख वोट झपट लिया। बीजेपी का वोट लोकसभा चुनाव जीतना २ करोड़ २८ लाख रहा। टीएमसी का ४० लाख वोट बढ़ जाने से बीजेपी १२८ सिट नहीं पाकर ७८ पर आ गई टीएमसी २११ पद पहुँच गई १६१ के बजाय। इस लोकसभा चुनाव में टीएमसी का मुस्लिम वोट १०० प्रतिशत प्राप्त होने के बाद मुस्लिम वोट बढ़ने की उम्मीद नहीं है।बीजेपी को अभी ५५ प्रतिशत हिन्दू वोट मिलता है। उसके हिन्दू वोट के बढ़ने की बहुत उम्मीद है। सीपीएम का ६० लाख हिन्दू शरणार्थी वोट का अधिकतम बीजेपी में सरकेगा ही क्योंकि हिन्दू शरणार्थियों पर सीपीएम का ये आज़ादी जूठा है नारा नहीं चलेगा। बीजेपी ने सीपीएम की सच्चाई की मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सीपीएम ने पाकिस्तान बनाया व उन्हें शरणार्थी बनाया के चलते सीपीएम रोक नहीं पाएगी। संदेश ख़ाली में हिंदू औरतों के साथ ब्यवहार व टीएमसी मंत्रियों की व्यापक चोरी के चलते टीएमसी को मिलने वाला हिन्दू वोट घटेगा। नया वोटर टीएमसी के भ्रष्टाचार के बिरुद्ध वोट देगा। इन तथ्यों के आधार पर वोटर का ब्ययहार जो रहेगा,बीजेपी का वोट २ करोड़ ३० लाख से बढ़ कर ३ करोड़ २० लाख पहुँच सकता है। टीएमसी २ करोड़ ८८ लाख से घटकर २ करोड़ ६० लाख तक ही रहेगी तथा बीजेपी २५-२९ सीट के बीच सीटे पा पा पाएगी। यह मेरा अनुमानित आकलन है पिछले ४० वर्ष से करती आ रही समीक्षा के आधार पर।

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