कटक, कल संध्या मारवाड़ी क्लब प्रवचन में विद्वान बालव्यास पंडित श्रीकांत जी शर्मा बोले कि मनुष्य अपने जीवन में दो लड़ाई लडता है।एक अंदर की और एक बाहर की।
अंदर युद्ध चल रहा है, शरीर में स्थित इंद्रियों को जीतने के लिए ,भजन एक उत्तम माध्यम है। रास्ता बताने वाला कोई सद्गुरु मिल जाये तो अच्छा है।
आदि शंकराचार्य बोले दुनिया में तीन चीज बहुत दुर्लभ है। भगवान कृपा करें तो तीनों ही चीजें मिल सकती है।पहला मनुष्यत्व, मनुष्य बनना,दूसरा भगवान को पाने की इच्छा और तीसरा भले लोगों की संगत। लाखों लोगों में एक नेक आदमी होता है ।नेक आदमी का साथ भगवान देते हैं।
क्रमशः

