
इंदिरा गांधी भारतकी सफलतम प्रधान मंत्री थी उन्होंने जीवन में १९७१की कठिनतराजनैतिक लड़ाई लड़ायी लड़ी व शक्ति शाली स्सिंडिकेट को पराजित किया।१९७१ में ही पाकिस्तान अमेरिका से लड़ाई लड़कर उन्हें पराजित किया व बांग्लादेश का निर्माण किया उनके सलाहकार निपुण थे १९८० की राजनैतिक लड़ाई उन्होंने कठिनतम चुनौती में जीती दोनों राजनैतिक लड़ाई में उनके सलाहकार अनुभवी निपुण राज नेता द्वारिका प्रसाद मिश्र थे राजीव गांधी को राजनीति का अनुभव नहीं था इंदिराजी ने उन्हें प्रशिक्षण दिया था बहुत कम समय बाद ही उनपर प्रधानमंत्री की जिम्मेवारआ गई राजनैतिक चुनौतियों से लड़ने के लिए अनुभवी ऑस्कर फर्नांडिस व श्याम पोद्दार उन्हें सहीसलाह देते थे उन्हें अनुभवी लड़ाकू राज नेता नंबूद्रिपद ज्योति बसु वाजपेयी का सामना करना पड़ता था शाह बानू मामले में उनका स्टैंड साफ़ था वआरिफ़ मोहम्मख़ान को आगे बढ़ा रहे थे प्रतिपक्ष मुस्लिम समाजको उनके विरुद्ध कर रहा था बिपक्ष की राजनीति से बचने के लिए राजीव गांधी ने अपने सलाहकारों की सलाह पर अपना स्टैंड एकदम बदल दिया राज नीति में जिंदा रहना जरूरीहै अपने को राजनीति में जिंदा रखने के लिए शाहबानो मामले अपना स्टैंड बदला राजीव गांधी ने राममंदिर का गताला खुलवाया सरासर झूट है राजीवगांधी को तो राम जन्मभूमिकेस के बारे में जानकारी भी नहीं थी उनके बहुत पहलेसे यह केस चल रहा था हा राजीव गांधी ने राम मंदिर का शिलान्यास न् अवश्य कराया १८८ ९के। चुनाव के बहुत के बहुत पहले पटना की एक जनसभा में नंबूद्रिपद ने कहा अतीत में हमने सांप्रदायिक सक्तियो के साथlहाथ मिलाया है आने वाले दिनों में हम फिर से सांप्रदायिकशक्तियों के साथ हाथ मिलाकर लड़ेगे कहा उनके सलाहकार विपक्ष का खेल समझ गए राम मंदिर का शिलान्यास होगाविपक्ष एक पर एक लड़ेगा विपक्ष चाहता हैं राजीव गांधी शिलान्यास ना होने दे गोली चलाये राजीव गांधी ने शीला न्यास कराकर बिपक्ष के खेल को खत्म किया राजीव गांधी १९८९ का चुनाव जीततेचुनाव केवप्रथम चरण में उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में संजय सिंह पर गोली नहीं चलती व ऑर्डर ऑफ़ लेनिन भारत के राष्ट्रपति वेंकट रमन ने घटनाकी जाँचका आदेश नहीं दिया होता प्रथम चरण की अधिकतम सीटो पर राजीव गांधी विजयी रहे दूसरे तीसरे चरण में हार गए सोनिया गांधी को राजनीति ने राजीवगांधी के मित्र सलाहकार ऑस्कर फ़र्नांडिस व श्याम पोद्दार ले कर आयेंसोनिया गांधी के राज नीति में आने पर। उनके सलाहकारों सेज्योति बसु ने पूछा सोनिया गांधी तो एक गृह बधू है उसका अनुभव क्या हैवह राजनीतिमें क्या कर लेगी। उन्होंने ज्योति बसु की जवाब दिया सोनियागांधी के अनुभव नहीं है जो उसको राज नीति में लाते है उन्हें तो लंबा अनुभव है आप देखेंगे एक दिन सोनिया गांधी लाल किले पर झंडा लहरायेगी सोनिया गांधी ने नहीं लहराया तो उनके आदमी मनमोहनसिंह ने तो लहराया बाजपेयी जी ने जब परमाणु नबम विस्फोट किया सोनिया गांधी ने समर्थन किया राहुल गांधी की तरह अंध विरोध नहीं किया सोनिया गांधी के सलाहकारों को अनेक चुनौतियाँ थी कांग्रेस पार्टी को ठीक से चलचलाना शरद पवार की चुनौती का सामना करने शिवराज पाटिल को आगे बढ़ाया राजस्थानमे नटवर सिंह की बजाय अशोक गहलोत को मुख्य मंत्री बनायाथर्ड फ्रंट को कमजोर करना व upa का गठन करना एक तरफ़ तो सलाहकारों ने शरद पवार को कोई छुट नहीं दी अपनी शर्तोंपर शरद पवार से समझौता करवाया दूसरी तरफ़ लालू यादव ज्योति बसु के थर्ड फ्रंट मेट न जा पाये इसलिए लालू यादव कीहरमाँग मान कर लालू यादव से समझौता कियावाजपेयी जिसने बहुतसे चुनाव जीते वे चुनाव को स्वदेशी वाजपेयी बनाम विदेशी सोनिया बनाने केनारे के साथ चुनाव में उतरें ६ महीने पहले अपनी सरका छोड़ दी की वे सफल होंगे ही हसोनिया गांधी के सलाहकारों ने इस खेल को स्वदेशी वाजपेयी बनाम विदेशी सोनिया बाजपेयी जय चंद बनाम भगिनी निवेदिता सोनिया गांधी में बदल दियादुनिया देखती रह गई सोनिया गांधी जीत गई बाजपेयी हार गएसोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह सरकार बनायी एक नहीं दो चुनाव सोनिया गांधी जीतीकांग्रेस के रोज रोजके भ्रष्टाचार से ऊब कर लोगो ने कांग्रेस को हराया कांग्रेसका वोट २९ प्रतिशत से घट कर १९ प्रतिशत पर आ गया बीजेपी को कांग्रेस का १० प्रतिशत वोटवमिला व वह सत्तामेआगयी आज राहुल गांधी कि पास पुराने सलाहकार नहीं नए सलाहकार कुछ नहीं समझते राहुल गांधी की हार परहार हो रही है कांग्रेस के १०प्रतिशत वोट बीजेपी में गए उसे वापस लाना हैव्ये सब हिंदू वोट है राहुल गांधी यदि यह कहेंगे कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है तो आपने अपने हिंदू वोट जो बीजेपी में चले गए थे उसे स्थायी रूप में बीजेपी का बना दिया इंदिरा गांधी के सामने राजे रजवाड़े थे उन्होंने नारा दिया गरीबी हटाओ और विजयी हुवी १९८० में विपक्ष सरकार चलाने में असमर्थ है ५,साल के लिए चुने गए पर २.५ सालमें चले गए नारा दिया चुनिए उन्हें जो देश चला सके फिर दूसरा नारा दिया इंदिरालावो देश बचावो जनतादेश को बचाने के लिए इंदिरा को जिताया राहुल गांधी के सलाहकार उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा उत्तरप्रदेश में ब्राह्मण व राजपूत कांग्रेस के सप्पोर्टर थे वे बीजेपी में उत्तर प्रदेश में चले गए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ख़त्म हो गई कांग्रेस मंडल कमीशन की लड़ाई लड़कर ब्राह्मणराजपूत को नहीं जीत सकता बिहार में नीतीश। २० सालसत्ता में रहे कांग्रेस वोट चोरनहीं कह कर यहकहती २० साल में। जब नीतीश ने कुछ नहीं किया तो कैसे बिस्वास करे वे ५ साल में इतना कर देंगे कांग्रेस जीत जाती.

