‘‘त्योहारों की खुशियों के बीच सभी स्वच्छता पर भी जोर देते रहें क्योंकि जहां स्वच्छता है, वहां त्योहारों का आनंद और बढ़ जाता है!’’ – माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी – 125वां एपिसोड, मन की बात, 31 अगस्त, 2025 |
पूरे देश में जोश और उत्साह के साथ, स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2025 के 9वें संस्करण के लिए मंच सज चुका है, जो स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। 17 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर, गांधी जयंती तक चलने वाला यह 15 दिवसीय अभियान, देश भर में करोड़ों नागरिकों को एकजुट करते हुए प्रभावशाली स्वच्छता अभियानों के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करेगा। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (DDWS) द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया यह अभियान, नागरिकों, समुदायों और संस्थानों को एक साथ लाकर ज़मीनी स्तर पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली स्वच्छता को बढ़ावा देगा। इस वर्ष का विशेष फोकस स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs)– अर्थात् अंधेरे, गंदे और उपेक्षित स्थानों पर रहेगा।

कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में बोलते हुए, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2025 के तहत स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs) पर विशेष ध्यान देने की बात कही, जैसा कि पिछले वर्ष भी किया गया था। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में 8 लाख से अधिक ऐसी CTUs को रूपांतरित कर उपयोगी सार्वजनिक स्थानों में बदला गया। उन्होंने कहा, “CTUs की पहचान, उनका रूपांतरण और सौंदर्यीकरण तेज़ गति से किया जाएगा और यह अभियान तय अवधि के बाद भी जारी रहेगा, ताकि ज़मीनी स्तर पर स्वच्छता साफ़ तौर पर दिखाई दे सके। “श्री मनोहर लाल ने बताया कि शहरों द्वारा CTUs की पहचान की जा रही है — जैसे कि डार्क स्पॉट्स, उपेक्षित और दुर्गम क्षेत्र, और अत्यधिक कचरे वाले स्थान जैसे कूड़े के ढेर, रेलवे स्टेशन, नदियां, बंजर भूमि, बैकलेन्स और गंदगी से भरे स्थल — जिन्हें समय पर साफ़ किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि “ये क्षेत्र ज़मीनी स्तर पर दिखने वाली स्वच्छता को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं, क्योंकि स्वच्छता और सुंदरता साथ-साथ चलती हैं।”
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली के भलस्वा डंपसाइट को गोद लेने की घोषणा की है, ताकि उसका रूपांतरण और सौंदर्यीकरण किया जा सके। उन्होंने कहा, “मैं 17 सितंबर 2025 को प्रशासकों के साथ भलस्वा का दौरा करूंगा, जहां कचरे के निपटान और प्रोसेसिंग की योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। उसी दिन से हम सफाई की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे।” उन्होंने आगे बताया कि, “चूंकि साइट पर आगे कचरे की प्रोसेसिंग के लिए जगह की कमी है, इसलिए मैंने डीडीए से भी अनुरोध किया है कि अतिरिक्त भूमि उपलब्ध कराने में हमारी सहायता करें।”
केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा: “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, स्वच्छता ही सेवा 2025 ‘स्वच्छोत्सव’ थीम के तहत एक ऐसा प्रयास है जो उत्सव को जिम्मेदारी के साथ जोड़ता है। CTU रूपांतरण, सफाईमित्र सुरक्षा, ODF प्लस और स्वच्छ सुजल गांव घोषणाओं को बढ़ावा देना, प्लास्टिक मुक्त ग्रामीण गांव — ये सभी स्तंभ मिलकर ‘अंत्योदय से सर्वोदय’ के दृष्टिकोण को साकार करते हैं, जहां हर गांव और शहर में अंतिम व्यक्ति की गरिमा, स्वास्थ्य और स्थायित्व को केंद्र में रखते हुए विकसित भारत 2047 के निर्माण की दिशा में काम किया जा रहा है। मैं देश के सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि 25 सितंबर को होने वाले राष्ट्रव्यापी श्रमदान में पूरे उत्साह और मन से भाग लें, ताकि हम एक स्वच्छ, स्वस्थ और हरित भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता को सशक्त रूप में प्रस्तुत कर सकें। केंद्रीय मंत्री ने सूरत सहित नवसारी के लिए 8 से 10 करोड़ रुपये के सफाईमित्र सुरक्षा कोष की भी घोषणा की, जिसका उपयोग सफाईकर्मियों के कल्याण के लिए किया जाएगा, जिसमें उनके परिवारों के लिए शैक्षिक सहायता और बिना ब्याज वाले ऋण शामिल हैं।
स्वच्छोत्सव को 5 प्रमुख स्तंभों पर आधारित किया गया है: (i) स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs) का रूपांतरण – कठिन, अंधेरे और उपेक्षित स्थलों को समाप्त करना (ii) स्वच्छ सार्वजनिक स्थल – सार्वजनिक स्थानों पर सामान्य स्वच्छता और सफाई गतिविधियाँ। (iii) सफाईमित्र सुरक्षा शिविर – सिंगल-विंडो सेवा, सुरक्षा और सम्मान शिविरों के माध्यम से सफाईकर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण उनके कल्याण के लिए। (iv) स्वच्छ हरित उत्सव – पर्यावरण अनुकूल और जीरो वेस्ट वाले उत्सवों का आयोजन। (v) स्वच्छता के लिए जन-जागरूकता – स्वच्छता का संदेश जन-जन तक पहुंचाना, विशेष रूप से ग्रामीण भारत में ODF प्लस मॉडल और स्वच्छ सुजल गांव की घोषणा के लिए ग्राम सभाओं पर जोर।
स्वच्छता ही सेवा 2025 के अंतर्गत, 25 सितंबर 2025 को एक राष्ट्रव्यापी स्वैच्छिक श्रमदान कार्यक्रम – “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” – आयोजित किया जाएगा। स्थानीय स्तर पर स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs) के रूपांतरण के प्रयास जारी हैं। इस बार ध्यान ज़मीनी स्तर पर श्रमदान और प्लॉगिंग अभियान पर रहेगा, जिन्हें नागरिकों, राजनीतिक नेतृत्व, स्वच्छ भारत मिशन (SBM) के राजदूतों, युवा समूहों, एनजीओ, नागरिक समाज संगठनों (CSOs), साझेदार संगठनों के प्रतिनिधियों और प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाएगा। शिविरों के दौरान स्थानीय सफाईकर्मियों का उनके मिशन में योगदान के लिए सम्मानित करने की भी सलाह दी गई है।
तैयारी की बैठक के हिस्से के रूप में, 3 सितंबर 2025 को माननीय मंत्रियों, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (DDWS) के बीच स्वच्छता ही सेवा (SHS) पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित की गई। इसके बाद 9 सितंबर 2025 को सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ DDWS और MoHUA के केंद्रीय मंत्रियों की अध्यक्षता में एक तैयारी के लिए बैठक हुई। 10 सितंबर को सचिवों की समिति की बैठक कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। 12 सितंबर को सभी स्तरों (राज्य, जिला, स्थानीय निकाय, मंत्रालय आदि) पर समन्वय समितियों की पहली बैठक हुई, जिसके बाद सचिव, DDWS की अध्यक्षता में सभी केंद्रीय मंत्रालयों के नोडल अधिकारियों और क्षेत्रीय इकाइयों के साथ बैठक आयोजित की गई।