कटक , पर्युषण पर्व जैनो का सबसे प्रमुख त्यौहार है। जैसे हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सब अपना अपना प्रमुख त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाते हैं,कपड़े पहनते हैं, मिठाईयां बनाते हैं,अपने शरीर का श्रृंगार करते हैं, वैसे ही हमारा ये पर्व शरीर का श्रृंगार या पोषण देने का नहीं बल्कि आत्मपोषण व आत्मश्रृंगार करने का है I यह पर्व त्याग, तपस्या, ध्यान और साधना के द्वारा मनाया जाता है। ये पर्व पूरे आठ दिन मनाया जाता है, जिसके प्रत्येक दिन का नाम निर्धारित है और उन नाम के अनुरूप उसमें आराधना की जाती है।
इसी कड़ी में कटक में पिछले साल से हुई एक नयी और अनोखी पहल, जब कल्पना-किरण की जोड़ी, जो पहले भी साथ में अनेको काम कर चुकी है, पिछले साल इन्होंने इस पर्व को एक नए तरीके से मनाने का सोचा। इन्होनें सोचा कि लोगों की साधना में बिना विघ्न डाले कैसे ये पर्व मनाए ताकि लोग खेल खेल में अपने जैन धर्म के बारे में अच्छे से जान सकें। काफ़ी शोध करने के बाद इन्होनें ऑनलाइन क्विज के मध्यम से मनाने की प्लानिंग की और कल्पना ने अपने क्रिएटिव माइंड से एक लिंक बनाया जिसका नाम रखा “पर्युषण ज्ञान आराधना” जो एक ही रात में ऐसा वायरल हुआ कि अगले दिन सुबह तक विभिन्न शहरों से करीब 350 लोग बड़े उत्साह से जुड़ गए ।
ये एक आश्चर्य था कि पर्युषण के इतने व्यस्त कार्यक्रम में भी इतने लोग इस ग्रुप से जुड़े I इस बार भी पर्युषण ज्ञान आराधना सीजन 2 के अनाउंसमेंट होते ही एक ही दिन में ढाई सौ लोग पूरे भारतवर्ष से इस ऑनलाइन क्विज में जुड़े। किरण जी ने अपने सुंदर प्रश्नों से एवं कल्पना ने अपनी एडिटिंग प्रतिभा से प्रश्नो की ख़ूबसूरती में चार चांद लगा दिए और इतना मजेदार बना दिया कि सबने खूब एन्जॉय करके खेला।
त्रिदिवसीय क्विज जिसकी शुरुआत 29 अगस्त से हुई, इसमें सवा दो सौ प्रतिभागियों ने बढ़चढकर हिस्सा लिया।
29 और 30 अगस्त की जबरदस्त परफॉर्मेंस के बाद और सबकी खेलने की लगन को देखते हुए 31 अगस्त ग्रैंड फिनाले में सभी प्रतिभागियों को एंट्री दे दी गई, जिससे सबमें खुशी की लहर दौड़ गई। 31 अगस्त को ग्रैंड फिनाले खेला गया जिसमें अपनी समझ और सूझबूझ से प्रथम स्थान पर रही श्रीमती ममता जैन(बैंगलोर)I
श्रीमती श्रिया हिंगर पगारिया (अहमदाबाद) एवं श्रीमती आरती धारेवाल (काठमांडू) ने द्वितीय,श्री नीरज जी जैन(तोशाम) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त चौथे स्थान पर रही श्रीमती हेमलता जी बुच्चा (दिल्ली) से, पांचवे स्थान पर रही हर्षिता जी सांड (कालू) से, छ्टे स्थान पर रही श्रीमती सुधा जी सोनी(कांकरोली) से, सातवें स्थान पर रही श्रीमती बनीता जी गोलछा(दिल्ली) से एवं आठवें स्थान पर रही श्रीमती आरती जैन( श्री गंगानगर) से ।
सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट भेजे गए एवं सभी की ट्रॉफीज को उनके एड्रेस पर भेज दिया गया है रोज़ 2500 से अधिक मैसेज को चेक करना और उसमें सिलेक्शन करना बहुत ही कठिन कार्य रहा जिसे कल्पना और किरण जी ने बहुत ही सहजता से पूरा किया। सभी प्रतिभागियों ने कल्पना जी और किरन जी को बहुत बहुत बधाई देते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिता आगे भी करवाते रहें I
हम बता दे कि कल्पना और किरन की इस जोड़ी ने लॉकडाउन में भी अपने कलात्मक ढंग से घर बैठे अनेको शहर के लोगो के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी थीं,जिसे आज भी लोग याद करते है I इसके अलावा इस जोड़ी ने अपनी प्रतिभा से कटक ज्ञानशाला को भी ऊंचाईयों तक पहुंचाया है। अब तक यह जोड़ी अनेकों ऑनलाइन क्वीज जैसे कि कौन बनेगा रामायण ज्ञाता, कौन बनेगा महाभारत प्रचेता, कौन बनेगा इंडियन सिनेमा बॉलीवुड स्टार आदि नेशनल लेवल पर करवा चुकी हैं।
इस जोड़ी ने सबसे पहले कोरोना लॉकडाउन में 1 महीने का स्पेशल क्विज करवाया था जिसमें भारतवर्ष से 300 से अधिक परिवारों ने पूरे जोश के साथ इसमें हिस्सा लिया था। इस क्विज के माध्यम से लॉकडाउन में भी पूरा परिवार मिलकर एक साथ बड़े मजे से इस क्विज को खेलते थे जिसमें बच्चे माता-पिता के साथ दादा दादी भी खूब मजे से पूरे एक महीने तक इस क्विज से जुड़े