कटक में कोरोना महामारी, बीजेपी पर भारी

कटक, आजकल कटक,ओडिशा, भारत में पिछले 15 महीनों से कोरोना काल चल रहा है. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर जो आजकल चल रही है,वह प्रथम लहर से ज्यादा भयानक और घातक साबित होरही है.
सियासत दलों में बीजेडी, बीजेपी, कांग्रेस ऐतिहासिक शहर और राजनीतिक सेंसिटिव शहर कटक में एक दूसरे को मात देने की कोशिश में दिन रात लगे रहते हैं. एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश में ये कोई कोर कसर नहीं छोडते.
ऐसे में अगर एक राजनीतिक दल की सक्रियता , लोगों के दुःख में सहभागिता ,दूसरे दल के द्वारा नहीं देखी जारही है, तो दूसरे राजनीतिक दल को उससे भी बडी सक्रियता, सहयोग , कार्य आमलोगों के हक में करना चाहिए.
यहाँ प्रथम दल है बीजेडी और दूसरी दल है भाजपा .बीजेडी के नेता बस्ती वासियों के उचित पुनर्वास के लिए जहाँ प्रशासन ,शासन के पास सक्रियता से जुटे हुए हैं, लोगों के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं,वहीं कटक भाजपा उल्टा खेल खेल रही है.
मामला कटक बडी मेडिकल में बाहर से आरहे गंभीर रोगी के जल्द से जल्द पहुंचने के लिए , कोलेजछक बस्ती को हटाकर ,सडक चौडी कर , भीडभाड रहित करने का है, जिससे रोगी की गाडी ,एंबुलेंस वगैरह जल्द बडी मेडिकल पहुंच जाये.
इसके लिए सरकार ने बडी पहल कर बस्ती वासियों को कोलेजछक एरिया से हटाकर , शहर के दूसरे एरिया में , नुआपाड़ा एरिया में पुनर्वास करने की है. इसके लिए प्रशासन की तरफ से प्रयास जारी था.
वहाँ लोगों के पुनर्वास में हाल में दिक्कत आयी,कालबैशाखी के चलते उनके तंबू 4 रोज पहले उखड गये.बस्ती वालों का सामान इधर उधर बरसात में भीग गया, बिखर गया, नुकसान हुआ,कुछ बस्ती वालों को हल्की चोटें भी आयी.
ऐसी बस्ती वासियों की गंभीर और विकट परिस्थिति में चौद्वार कटक के विधायक, पूर्व विधायक ,दोनों पुत्र पिता नुआपाड़ा बस्ती वासियों के पास तुरंत पहुंच गये.
बीजेडी नेताओं के पहुंच ने पर दुःखी लोगों के मन में थोडी आशा जगी,उन्होंने अपना दर्दे बयां किया नेताओं के पास.बीजेडी पिता पुत्र विधायक जोडी ने तुरंत सिएमसि कमिश्नर को फोन किया, कलेक्टर को फोन किया, दोनों ने मौके पर आने की असमर्थता प्रकट की, लोगों की समस्याओं के देखने, सुनने के लिए.
विधायक पिता पुत्र तुरंत 10 किलोमीटर लंबी पदयात्रा कर कलेक्टर कार्यालय सैंकड़ों लोगों को लेकर पहुंचे. वहाँ कलेक्टर को लोगों के सामने ,उनकी समस्याओं को बडे जोरदार, प्रभावी ढंग से रखा.
लोग बीजेडी नेताओं के ब्यवहार से ,उनकी जन सहभागिता से बडे खुश हुए,प्रशासन ने भी उनकी बातें गंभीरता से धैर्य के साथ सुनी तथा मदद का भरोसा दिया.बीजेडी की साख बढी,नेताओं की साख बढी कि ये बीजेडी नेता सही हैं,लोगों के दुःख में खडे होने वाले,साथ देने वाले हैं.
वहीं घटना का दूसरा पहलू है ,चौद्वार कटक भाजपा की उल्टी चाल.भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय थाने में विधायक पिता पुत्र जोडी के खिलाफ ,एक एफआईआर दर्ज करायी है.
एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि कोरोना काल में कोविद नियमों का उल्लंघन करते हुए ,इन्होंने सैंकडों बस्ती वासियों को लेकर कलेक्टर के कार्यालय तक लोंग मार्च निकाला ,कोविद नियमों की अवहेलना की इत्यादि.
अब सवाल यह है कि बीजेडी शासन में ,शासक दल के विधायक, पूर्व विधायक पर पुलिस हाथ नहीं लगा सकती.दूसरी बात यह है कि बीजेडी नेताओं ने लोंग मार्च लोगों की समस्याओं को लेकर किया, लोगों को साथ लेकर किया,अर्थात वे लोगों के साथ खडे दिख रहेहैं ,संकट की घडी में,जो जननेताओं का कार्य है.
सारी मीडिया में विधायक पिता पुत्र जोडी की काफी तारीफ हुए. आम बस्तीवासियों के मन में बीजेडी नेताओं के प्रति आदर बढा, विश्वास बढा.
वहीं भाजपा नेता, कार्यकर्ताओं ने विधायक पिता पुत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत बडी गलती करदी है.इसका खामियाजा भाजपा को आनेवाले दिनों में कटक में भुगतना पड सकता है.अपने ही पैर पर बैठे बैठाये भाजपा नेता, कार्यकर्ताओं ने कुल्हाड़ी मार ली.