दिल्ली शासन राम भरोसे एलजी को कोरोना, केजरीवाल पावरलैस, दिल्ली बनी विश्व कोरोना राजधानी

नन्द किशोर जोशी
नयीदिल्ली, आजकल सारे भारत में कोरोना संक्रमण जबरदस्त फैला हुआ है.देश की राजधानी दिल्ली का ओहदा कोरोना काल में काफी ऊँचा होगया है,पहले जहाँ दिल्ली भारत की राजधानी के नाम से जानी जाती थी,आजकल भारत की राजधानी के साथसाथ,विश्व कोरोना राजधानी की मान्यता भी दिल्ली को मिल गयी है.
दिल्ली को मिले इस नये खिताब के लिए 1980 से आयीं सारी दिल्ली की सरकारें पूर्णतया जिम्मेदार हैं.1982 में दिल्ली में एशियन गेम्स आयोजित हुए थे.दोस्तों संग मैं भी एशियन गेम्स देखने के लिए गया था.
उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी.वहाँ एशियन गेम्स के नाम पर,विकास के नाम पर स्टेडियम बनाने के लिए, खेल सुविधाओं के विकास के लिए हजारों की संख्या में कई रोज हरेभरे पेड काटे गये.
चौडी चौडी चकाचक सडक़ों के नाम पर 1980 से लेकर आजतक बेपरवाह, पूरी लापरवाही के साथ हमें प्राण वायु प्रदान करने वाले लाखों की संख्या में पेड पौधे दिल्ली में बडी बेरहमी से काटे गये.
1980 से लेकर आजतक सारी दिल्ली सरकारों का एकही कहना रहगया ,दिल्ली में विकास होरहा है निरंतर. सुंदर सुंदर बहुमंजिला इमारतें बनायी गयी,लंबी लंबी एवं चौडीचौडी सडकों का निरंतर निर्माण होता रहा,पुल,फ्लाईओवर अनेक संख्या में बनते रहे,कारखानों की भरमार हुई,ऐसे में विषाक्त धुआं की बढोतरी हुई,दिल्ली में प्रदूषण बढताही गया बेरोकटोक.
वाहनों की तो बात ही क्या, लाखों की संख्या में सभी वेरायटी के वाहन यहाँ रजिस्ट्री किये हुए हैं.पडोसी राज्यों से भी हजारों हजारों वाहन रोज दिल्ली में आवाजाही करते हैं,ऐसे में प्रदूषण तो फैलेगा ही.
ऐसेमें वायुमंडल में विषाक्त कणों के कारण कोरोना तो आयेगा ही,पेड पौधों की अंधाधुंध कटाई, वाहनों की संख्या में अंधाधुंध बढोतरी होने की वजह से प्राणवायु ओक्सिजन का वहाँ जबरदस्त अभाव हुआ,उपर से कोरोना के आक्रमण को दिल्ली वासी झेलने में असमर्थ हुए.
इसीबीच भारत सरकार ने संसद में दिल्ली पर नये कानून को पारित करवा दिया. इसनये कानून में दिल्ली का एलजी ,दिल्ली का बोस है,केजरीवाल सरकार कुछ नहीं कर सकती.
इसीबीच नया डेवलपमेंट यह हुआ कि दिल्ली का बिगबॉस एलजी को कोरोना होगया है,केजरीवाल पावरलैस होकर घूम रहे हैं,दिल्ली हाइकोर्ट तथा सुप्रीमकोर्ट दिल्ली तथा भारत सरकार से विभिन्न प्रश्नों के उतर माँग रही हैं,जनता के हित में ः
ऐसे में दिल्ली आजकल राम भरोसे ही चलती दिख रही है