हनुमान

रामायण के वे सबसे अधिक महत्वपूर्ण पात्र,
राम के लिए भक्ति और प्रेम था उनमें अगाध।
शिव जी के ग्यारहवें अवतार भी वे माने जाते,
सबसे बलवान और बुद्धिमान वह माने जाते।
माता जानकी के सबसे प्रिय भक्त हैं कहलाते,
रामायण के वे सबसे अधिक महत्वपूर्ण पात्र,
इस धरा पर अमरत्व का वरदान लेकर आए,
झारखंड के गुमला जिले में पैदा हुए गुफा में।
चैत्र पूर्णिमा मंगलवार के दिन जन्म लिए थे,
चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न में सुबह में पैदा हुए।
रामायण के वे सबसे अधिक महत्वपूर्ण पात्र,
वज्र की तरह था शरीर बजरंगबली कहलाए,
पवन देव ने पालन किया, पवन पुत्र कहलाए।
नाम उनका मारुति और मारुत नंदन भी हुआ,
वीरों में वीर ऐसे कि नाम उनका महावीर हुआ
रामायण के वे सबसे अधिक महत्वपूर्ण पात्र,
इनके बचपन की एक कथा है बहुत प्रचलित,
माता जब अकेले छोड़कर फल लाने थी गई।
हनुमान जी को भूख से पेट में खलबली हुई,
सूर्य को फल समझ पकड़ने के लिए उड़ने लगे
रामायण के वे सबसे अधिक महत्वपूर्ण पात्र,
हैं महाबली करते, सब के संकट का मोचन,
भय लगता जिसे वो जपते इनका ही नाम ,
दूर होता है भय, और बन जाते बिगड़े काम।
आराधक को जीवन में मिले सुख व आराम।
स्वरचित और मौलिक-
रीता झा
कटक, ओड़ीशा