कांग्रेस, वामपंथी, माओवादी समर्थित किसान भारत बंद आंशिक सफल

नयीदिल्ली, भुवनेश्वर, आज सुबह से ही किसानों के नाम पर कांग्रेस, वामपंथी ,माओवादी बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला.

केवल पंजाब, हरियाणा, राजस्थान ,पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान भारत बंद का असर देखने को मिला. पिछले 4 महीनों से जो किसान दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं,उनमें से अधिकांश पंजाब या पश्चिमी उत्तरप्रदेश से हैं.कुछ राजस्थान, हरियाणा से भी हैं.

उपरोक्त 4 राज्यों में सबसे ज्यादा बंद का असर देखने को मिला. इसका कारण यह है कि पंजाब, राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं,वहाँ सरकार प्रायोजित बंद था.हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तरप्रदेश जाट बहुल,किसान बहुल इलाके हैं ,यहाँ जाटों का ,विशेष कर राकेश टिकायत का असर है,इसलिए बंद को प्रायः समर्थन मिला.

इन चार राज्यों को छोडकर बाकी राज्यों में बंदी का आंशिक असर रहा.ओडिशा में नेशनल हाइवे पर कई जगह सियासी लोग बंद किये,जाम लगवाये. कई जगह ट्रेनें रोकी गयीं. भुवनेश्वर ,कटक समेत कई जगह किसानों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए,जुलूस निकाले गये.

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