भाजपा की 5 राज्यों के वोटों पर नजर, अगले सप्ताह कम होंगे पेट्रोल दर

नयीदिल्ली, भारत सरकार लाख कहे कि पेट्रोल, डिजेल ,रसोई गैस की कीमत बाजार तय करता है, उसी के आधार पर कंपनियां तय करती हैं ,लेकिन सच्चाई यही है कि आज भी बाजारों के आड में तथा कंपनियों के आड में भारत सरकार ही इन चीजों के दाम तय करने में मुख्य भूमिका अदा करती है.
अभी 5 राज्य विधानसभाओं के चुनाव हमारे देश में आसन्न हैं.भाजपा को विरोधियों से कडी चुनौती मिल रही है इस चुनाव में.भाजपा के विरुद्ध में विरोधियों के पास पेट्रोल, डिजेल, रसोई गैस के रुप में बडा हथियार मिल गया है , जिसे विरोधी भुनाना चाहते हैं आसन्न चुनाव में.
घबराहट में भाजपा 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बहुत पहले पेट्रोल, डिजेल, रसोई गैस के रेट में कटौती करेगी, उन पर एक्साइज ड्यूटी कम कर . इससे साफ प्रमाणित होता है कि पेट्रोल, डिजेल , रसोई गैस के रेट हमारे देश में मार्केट नहीं तय करता है , बल्कि हकीकत यह है कि यह रेट केंद्र में बैठी शासक दल तय करती है,अगर इसमें राजनीति नहीं है तो इसे बहुत पहले कम करना चाहिए था.