अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन का निःशुल्क राष्ट्रीय हिंदी भाषा संवर्द्धन पाठशाला

कटक : अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन राष्ट्रीय बाल विकास परियोजना के अंतर्गत राष्ट्रीय हिंदी भाषा संवर्द्धन पाठशाला का ऑनलाइन आयोजन निःशुल्क 01 नवंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक तीन वर्गों में संपन्न हुआ। प्रथम वर्ग- नर्सरी से दूसरी कक्षा के, दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए जिसमें स्वर एवं व्यंजन की जानकारी कहानियों एवं कठपुतलियों के माध्यम से अध्यापिका शैली शर्मा द्वारा प्रदान की गई। दूसरा वर्ग- कक्षा तीसरी से पांचवी के लिए तीन व्हाट्सएप ग्रुप। तीसरा वर्ग- कक्षा छठी से आठवीं के लिए तीन व्हाट्सएप ग्रुप जिनमें हिंदी व्याकरण की जानकारी अध्यापिका रोमिला खंडेलवाल के द्वारा बनाए गए वीडियो के माध्यम से ग्रुप अध्यापिका- रूपल नागलिया, कृति खेतान , लीला बाहेती, सलोनी अग्रवाल, पूनम जयपुरिया व वसुधा सिंहल द्वारा राष्ट्रीय बाल विकास प्रमुख सुशीला फरमानिया के मार्गदर्शन में दी गई।
31 जनवरी को समापन समारोह देश भक्ति पर आधारित रहा। इसका शुभारंभ संचालिका कृति खेतान एवं पूनम अग्रवाल द्वारा किया गया। कनक कला केंद्र देहरादून से वीना अग्रवाल की शिष्या आस्था सिलस्वाल द्वारा नृत्य के माध्यम से गणपति वंदना की गई। राष्ट्रीय अध्यक्षा शारदा लखोटिया, राष्ट्रीय बाल विकास प्रमुख सुशीला फरमानिया , राष्ट्रीय , प्रांतीय , शाखा पदाधिकारियों, सदस्यों, बच्चों, अभिभावकों, गणमान्य अतिथियों सहित जूम सभागार में 300 सदस्यों की उपस्थिति रही। बाल कलाकार खुमान पाटोदिया का परिचय लीला बाहेती ने करवाया एवं खुमान ने सिंथेसाइजर पर राष्ट्रगान बजा कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्यांगना सोनल वर्मा का परिचय रूपल नागलिया ने करवाया एवं सोनल जी ने नृत्य की बारीकियां, हाथों की भंगिमाओं का बहुत सुंदर वर्णन किया।
एनसीसी कैडेट मिस ईशानी संतुका का परिचय वसुधा सिंहल ने करवाया एवं इशानी ने बच्चों को एनसीसी ज्वाइन करने के लिए प्रेरित किया और बताया कि एनसीसी से उनके अंदर बहुत आत्मविश्वास आया साथ ही पूरे देश के बच्चों से मिलने का अवसर मिला और अब वह सेना ज्वाइन कर देश की सेवा करना चाहती हैं। बाल कलाकार प्रणव खंडेलवाल का परिचय सलोनी अग्रवाल ने करवाया एवं प्रणव ने वंदे मातरम गीत गाकर सभी श्रोताओं को देशभक्ति के रंगों से सरोबार कर दिया।
शैली शर्मा ने कहानी के माध्यम से तिरंगे का महत्व, देश को आजादी दिलाने में जिन्होंने बलिदान और योगदान दिया उनके बारे में, संविधान एवं 26 जनवरी की परेड आदि के बारे में कठपुतली एवं कहानी के माध्यम से बहुत रोचक ढंग से बताया। रोमिला खंडेलवाल ने हिंदी विषय पर बहुत ही सुंदर कविता सुनाई। राष्ट्रीय अध्यक्षा ने हिंदी सीखने पर जोर दिया और कहा कि अंग्रेजी तो सभी बच्चे सीख लेते हैं परंतु हिंदी में कमजोर रह जाते हैं, व्याकरण का ज्ञान नहीं हो पाता है। इस कार्यशाला से बच्चे ही नहीं उनके अभिभावकों को भी बहुत कुछ सीखने को मिला। 4 साल से लेकर 80 साल तक के संपूर्ण भारत वर्ष से 1000 व्यक्ति इससे लाभान्वित हुए। सुशीला फरमानिया ने सभी शिक्षिकाओं का सम्मान पत्र देकर उनका धन्यवाद किया। प्रोग्राम की सफलता का श्रेय उन्होंने बच्चों, उनके अभिभावकों, सम्मेलन की सदस्यों एवं सभी शिक्षिकाओं को दिया।
इस पाठशाला में भाग लेने वाले बच्चों को ई. सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। प्रत्येक ग्रुप में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले बच्चे को राष्ट्रीय अध्यक्षा शारदा लखोटिया के कर कमलों द्वारा ई. सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। अभिभावकों ने भी इस कार्यशाला की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा कहा कि इस तरह के कार्यक्रम निरंतर होते रहने चाहिए। अंत में पूनम जयपुरिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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