कोरोना महामारी के कारण छठ पूजा प्रभावित – प्रतीक सिंह

कटक : जैसा कि आप सभी जानते हैं कि छठ पूजा अप्रवासी समाज के लिए महा पर्व के रूप में जाना जाता है। खासकर बिहारी समाजों के लिए यह आस्था का महापर्व है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए
इस वर्ष छठ पूजा नदी के किनारे नहीं करने के सरकार के आदेशों को साझा करते हुए कटक के डीसीपी  प्रतीक सिंह ने एक बैठक बुलाकर आलोचना की। कटक डीसीपी  प्रतीक सिंह ने आज संध्या 6:00 बजे डीसीपी कार्यालय में बिहारी समाज के करीब 20 से अधिक प्रतिनिधि को बुलाकर समीक्षा बैठक की। यह बैठक मुख्य रूप से अप्रवासी समाज के राज्य संयोजक  नंदलाल सिंह के प्रतिनिधित्व में किया गया। समाज के सभी प्रतिनिधियों ने डीसीपी से आग्रह किया कि कोविड के नियमों को पालन करते हुए छठ पूजा नदी किनारे करने की इजाजत दी जाए। परंतु डीसीपी ने इससे होने वाले परेशानियों को साझा करते हुए सिरे से खारिज कर दिया।

इस बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित हिंदी प्रवासी संघ के साधारण संपादक एवं छठ पूजा समिति जोबरा के अध्यक्ष श्रीराम पांडे एवं सचिव संजय ठाकुर , महानदी छठ पूजा समिति जगतपुर के अध्यक्ष पुरंजन सिंह, एवं सचिव चंदन सिंह, महानगर छठ पूजा समिति के अध्यक्ष  शैलेश वर्मा , सहसचिव  मुकुन्द सिन्हा ने डीसीपी के द्वारा उठाए गए इस कदम का स्वागत किया। बैठक में उपस्थित कटक के एडिशनल डीसीपी  प्रमोद रथ ने सरकार के इस फैसले को उचित बता कर कई उदाहरण पेश किए। जिसे समाज के सभी प्रतिनिधियों ने सहर्ष स्वीकार किया। अंत में समाज के सभी प्रतिनिधियों ने सरकार के आदेशों को उचित करार देते हुए पालन करने का निर्णय लिया और कहा कि हम सरकार के आदेश को हमेशा से पालन करते आ रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे।

कटक डीसीपी ने सरकार के आदेशों को साझा करते हुए सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि अपने अपने समितियों के माध्यम से लोगों को सूचित करें कि छठ पूजा के लिए नदी घाट का उपयोग ना करें। वहीं दूसरी ओर प्रतिनिधि के एक व्यक्ति ने सुझाव साझा करते हुए कहा कि सीएमसी के माध्यम से छठ व्रतियों तक नदी का जल टैंकरों के माध्यम से पहुंचाया जाए। जिसे कटक के डीसीपी श्री सिंह ने व्यक्तिगत स्तर पर सहयोग करने की बात कही।

You may have missed