जानिए कौन तीसरा मारवाड़ी था , जिसने कटक, ओडिशा की धरती पर कदम रखा और कब ?

जानिए कौन तीसरा मारवाड़ी था ,जिसने कटक,ओडिशा की धरती पर कदम रखा और कब ?
उल्टा सीधा जिधर पढो कटक
नन्द किशोर जोशी
पिछली कडी में आपने कटक के बारे में पढा और जाना कि राजा मानसिंह ,दूसरे मारवाड़ी थे जिन्होंने कटक ,ओडिशा की धरती पर एक मुगल सेनापति के तौरपर कदम रखा था.
राजा मानसिंह को ओडिशा के इतिहास में बहुत उच्च स्थान प्राप्त है. इनके नाम से कटक की कनिका छक के पास एक रास्ते का नामकरण भी किया गया है.
उस रास्ते का नाम है “मानसिंह पाटना “.इस मानसिंह पाटना में ही कटक के पूर्व चेयरमैन आशीर्वाद बेहरा का घर है.
1607 में मुगल काल में राजस्थान के एक राजा कल्याण मल ओडिशा के सूबेदार होकर आये.ये कटक,ओडिशा की धरती पर कदम रखने वाले तीसरे मारवाड़ी थे. इन्होंने बडी योग्यता और चतुराई से ओडिशा का शासन संचालन किया.
इन्हीं ऐतिहासिक घटनाओं के कारण राजा टोडरमल, राजा मानसिंह और राजा कल्याण मल की सेनाओं के साथ ओडिशा में मारवाड़ी ब्यापारियों को आना पडा मुगल काल मे. लगातार आवागमन से ओडिशा में मारवाड़ी जाति के ब्यापार का शुभारंभ होता है.
मारवाड़ी ब्यापारियों को राजसत्ता का सहारा मिल जाने के कारण उन्होंने बंगाल की भाँति ओडिशा में भी बाणिज्य ब्यवसाय में प्रमुख स्थान बना लिया. तबसे ही ओडिशा में मारवाड़ी ब्यापारियों का बाणिज्य ब्यवसाय लगातार होता आरहा है,बढोत्तरी पर है. सातवीं कडी. क्रमशः