श्रीजगन्नाथ पुरी समाचार : दुर्लभ नागार्जुन वेश के लिए चल रही तैयारियां ,27 को दर्शन

क्रांति ओडिशा न्यूज
श्रीजगन्नाथ पुरी समाचार : दुर्लभ नागार्जुन वेश के लिए चल रही तैयारियां ,27 को दर्शन
नन्द किशोर जोशी
पुरी,आजकल श्रीजगन्नाथ पुरी में महाप्रभु के दुर्लभ, विलक्षण नागार्जुन वेश के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही है.पिछली बार नागार्जुन वेश पुरी में 1994 में हुआ था.इसमें 10 लाख भक्तों ने महाप्रभु का दर्शन किया था.संचालनगत त्रुटि के कारण अनेक भक्त अतिरिक्त भीड की वजह से घायल एवं जान भी गंवाये थे.
इसबार इस दुर्लभ ,विलक्षण नागार्जुन वेश से भक्त लोग वंचित रहेंगे कोरोना काल के कारण.लेकिन भगवान का रीति नीति के हिसाब से होगा.इसी महीने की 27 को भगवान का नागार्जुन वेश है.अतएव एक कुशल सेवक के घर संपूर्ण सुब्यवस्था में वेश सामग्रियों की तैयारियां जोरशोर से चल रही है.अनेक कुशल कारीगर इस पवित्र कार्य में दिन रात जुटे हुए हैं.पवित्र कार्तिक द्वादशी तिथि में भगवान का नागार्जुन वेश होगा. इस कार्तिक महीने में 6 दिन पंचक रहने के कारण एक्सट्रा दिन में नागार्जुन वेश महाप्रभु का होगा.अंतिम बार यह वेश 1994 में पुरी में हुआ था.उसके पहले 1966,1983,1993 में भी महाप्रभु का नागार्जुन वेश हुआ था.
इस वेश में महाप्रभु वीर तथा पार्वत्य वेश में भक्तों को दर्शन देते हैं .दूसरे किसी भी वेश से यह वेश विलक्षण तथा आकर्षक है.इस वेश में भगवान एक वीर योद्धा के रुप में दर्शन देते हैं.
महाप्रभु के कमर में नागा ताटि लगायी जाती है.धनुष बाण,कटार,बघनखा, विशेष पंख,श्रीहस्त, श्रीपयर लगाया जाता है महाप्रभु के अंगों में.सुभद्रा के मस्तक में स्वर्ण मुकुट, चंद्रिका, कर्ण आभूषण भी लगाये जाते हैं.इस वेश को महाप्रभु का पर्शुराम वेश भी कहा जाता है.
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