लॉकडाउन के दौरान कटक-भुबनेश्वर में बढ़े साइबर क्राइम, पढ़िये यह रिपोर्ट

कटक/भुबनेश्वर : पिछले साल की तरह ही लॉकडाउन के महीनों के दौरान ऑनलाइन लेनदेन में भारी उछाल के बीच साइबर धोखाधड़ी में भी तेजी देखी गई। पिछले छह महीनों में ट्विन सिटी में लगभग 6 करोड़ रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की सूचना मिली है। कटक और भुवनेश्वर में अब साइबर अपराध इतना बढ़ गया है कि ट्विन सिटी पुलिस को पिछले चार महीनों में ऐसे मामलों से संबंधित लगभग 1700 शिकायतें मिली हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ऑनलाइन धोखेबाज लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। धोखाधड़ी के ज्यादातर मामले डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए सामने आ रहे हैं। साइबर लुटेरे मैसेजिंग एप के जरिए चैट कर लोगों को ब्लैकमेल भी कर रहे हैं और उनसे पैसे की मांग कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ई-मेल सेक्सटॉर्शन रैकेट में भी उछाल आया है। इन सेक्सटॉर्शनिस्टों ने लोगों के ई-मेल आईडी और पासवर्ड लीक किए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर अपराधियों ने सोशल मीडिया पर अवैध गतिविधियों पर अपना ध्यान केंद्रित करने के बाद अपने कौशल को तेज किया है, यह मानते हुए कि लोग लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन अधिक समय बिताएंगे। विशेष रूप से ‘मुफ्त मोबाइल रिचार्ज प्राप्त करें’ जैसे संदेश फैलाकर, ऐसे अपराधी आम तौर पर लोगों को स्पैम लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि वे लोगों को नकली वेबसाइटों की ओर निर्देशित करके अधिक डेटा प्राप्त कर सकें। कई ऑनलाइन भुगतान एप्लिकेशन और वॉलेट हैं जिनका उपयोग लोगों को धोखा देने के लिए किया जा रहा है। कैश बैक या लॉटरी क्लेम देने के बहाने साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए स्क्रीन शेयरिंग एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले छह महीनों में अकेले ट्विन सिटी में ऐसे 300 से अधिक मामले सामने आए हैं। इसी तरह, फोन पे और कैशबैक इनाम के बहाने लोगों को ठगा गया है, रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिक साइबर धोखेबाजों के प्रति अधिक संवेदनशील हो गए हैं। हमें नवीनतम तकनीक और प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की मदद से इस उभरते हुए खतरे से निपटने के लिए सुसज्जित किया जा रहा है। कमिश्नरेट पुलिस ने साइबर अपराध के निवारण के लिए एक हेल्प डेस्क शुरू की है जिससे ये अपराध की सूचना का रिकॉर्ड बन सके और पुलिस उन तक पहुंच सके ।
ज्योति अग्रवाल