भारत की समस्त दालमिलें,गल्लामंडी,शुक्रवार 16 जुलाई को रहेंगी बंद,दलहन ब्यापार स्टोक लिमिट के विरोध में

नयीदिल्ली, भारतीय उद्दोग व्यापार मंडल के आवाहन पर देश की समस्त गल्ला मंडी,दाल मिलें आगामी जुलाई 16 शुक्रवार को रहेंगी बंद.बंद रखने के समर्थन में है ओल इंडिया फूडग्रेन डिलर एसोसिएशन.

गौरतलब है कि भारत सरकार ने 2-7-2021 को अध्यादेश जारीकर दालों पर स्टोक लिमिट लगायी है.इसबेवजह, गैरजरूरी कदम के विरोध में 16-7-2021 शुक्रवार को भारत की सभी मंडियां तथा दालमिलें बंद रहेंगी.

इस अध्यादेश की प्रमुख बातें –
1-स्टोक सीमा निर्धारित-थोक विक्रेता 200 टन,रिटेलर -5 टन,मिलर क्रसिंग का 25%(वर्ष भर)
2-ब्यापारियों को नुकसान-दालों के समर्थन मूल्य से अधिक दाम देकर खरीद,30 दिन में निस्तारण के कारण कोई खरीददार नहीं
3-किसान को नुकसान-किसान के पास बुआइ की 50% कृषि जिन्स मौजूद. बाजार में खरीददार नहीं. सब व्यापारियों की स्टोक सीमा फुल.
4-उद्दोग को नुकसान-वर्ष भर की मिलिंग का 3 महीने का स्टोक मिल के पास.6 महीने की आपूर्ति मंडियों द्वारा कीजाती है.स्टोक सीमा के कारण मंडियों में लिमिटेड स्टोक.
5-उपभोक्ता को नुकसान-बाजारों के उतार चढाव पर उपभोक्ताओं को ऊँचे दामों पर ही अच्छी गुणवत्ता वाली दालें मिलेगी.
6-एनसिडिएक्स का बोलबाला-एनसिडिएक्स में स्टोक की कोई सीमा नहीं. सटोरियों के हाथ में होगा व्यापार.

अतः उपरोक्त स्टोक लिमिट गैरवाजिब है .प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल से आग्रह किया जारहा है कि इस अध्यादेश को वापस लें.

इसी संबंध में भारतीय उद्दोग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रहलाद खंडेलवाल ने भी अनेक प्रयास किये हैं.कटक,भुवनेश्वर तथा जटनी के सारे दालमिल वालों से इनकी बात हुई है,सारे दालमिल वाले,सारे दाल व्यापारी इस नये सरकारी अध्यादेश के कारण दुखी हैं .सभी ने सरकार के अध्यादेश के विरोध में 16 जुलाई को बंद रखने का समर्थन किया है.