भद्रक में बाइक एंबुलेंस होरही कबाड़

भद्रक, कुछ दिनों पहले गंभीर रुप से बीमार मरीज को कंधों पर,मालवाहक ट्राली पर अस्पताल आते हुए देखा गया था जिसकी चर्चा हर तरफ हुई थी.

ऐसे में बाइक एंबुलेंस होते हुए भी उपयोग में न होना और कबाड़ जैसी परिस्थिति होने पर अनेकों सवाल खडे करती है.उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर में हीरो मोटर्स ने 2 बाइक एंबुलेंस प्रदान की थी ,इनमेंसे एक भद्रक मुख्य चिकित्सालय में तथा दूसरी चाँदबाली चिकित्सालय में दीगयी थी.

इस बाइक एंबुलेंस सेवा का साँसद, विधायक, कलेक्टर की उपस्थिति में उदघाटन हुआ था.दूरदराज गांवों में जहाँ एंबुलेंस गाडी जाने में दिक्कत है,वहाँ के लिए बाइक एंबुलेंस की ब्यवस्था की गयी है.यह कम चौडी सडक पर भी गांवों में आसानी से जासकती है.दुःख की बात यह है कि ये दोनों बाइक एंबुलेंस कोई काम में नहीं लीजारही है ,ये दोनों पडी पडी कबाड़ में परिवर्तित होरही है.

भद्रक से आशीष डिडवानिया की रिपोर्ट

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