कोरोना बच्चों पर क्रूर, निर्दयी 7 साल की बहन कंधे पर डेढ महीने का भाई

नन्द किशोर जोशी
निमातपुर,भोगराइ, बालेश्वर, महामारी कोरोना ने सारे विश्व के लाखों लोगों को मारा, लाखों लोगों को असहाय किया, लाखों ओरतों को विधवा किया ,लाखों बच्चों के सिर से अभिभावकों को छीना,किसी के बाप को छीना तो किसी की माँ को छीना,कहीं कहीं माँ बाप दोनों को इस कोरोना जानलेवा महामारी ने छीना.

सारे विश्व में करोड़ों का रोजगार छीना गया, करोड़ों लोग विश्व में दाने दाने को मोहताज होगये ,करोड़ों लोग पूरे विश्व में चेहरे पर हँसी क्या होती है भूलगये,करोड़ों लोग डिप्रेशन का शिकार होगये,करोड़ों भूख प्यास से दरदर भटक ने को मजबूर हुए,करोड़ों ने अपना सर्वश्व खोया, करोड़ों ने कुछ कुछ खोया, करोड़ों की जमापूंजी बिखर गयी,करोड़ों लोग देश दुनिया में आज भी अस्पतालों के चक्कर काट रहे,करोड़ों के पास इलाज के लिए पैसे नहीं है,लाखों लोग बिना इलाज के लाशों में तब्दील होगये,लाखों अनाम लोग ऐसे ही स्वर्ग सिधार गये,इनसब के लिए जिम्मेदार है ,सिर्फ़ और सिर्फ मानवता का बडा और विशाल शत्रु चीन.

चीन ने ही कोरोना नाम की महामारी के जीवाणुओं को जन्म कराया अपने वुहान शहर की विज्ञान लेबोरेटरी में . दुःख की बात यह है कि इस कारनामे को अंजाम देने के लिए वर्षों पहले अमेरिका की एक कंपनी ने धन मुहैया कराया. मानवता के महाविनाश कर इन दोनों को क्या हासिल होगा, यह तो ये दोनों ही जरूरत पडने पर बता सकते हैं,शेष दुनिया का काम है ,इनके काले कारनामों के कारण सिर्फ़ और सिर्फ आँसू बहाना.

अभी ताजा केस आया है निमातपुर गांव भोगराइ ब्लोक बालेश्वर जिले से.यहाँ के निवासी थे कमलेश पंडा(36) उनकी पत्नी का नाम था स्मिता(28).दोनों का संसार अपने दो छोटे बच्चों के साथ जैसे तैसे गुजर रहा था.बेटी की उम्र है 7 साल और नन्हे बेटे की उम्र है सिर्फ डेढ महीने.

इन दो नन्ही जान के सिर से क्रूर,निर्दयी कोरोना ने उनके दोनों अभिभावकों को यानि माँ बाप को छीन लिया.दोनों अब बिना माँबाप के ,बेसहारा होगये.

7 साल की बहन के कंधे पर डेढ महीने के नन्हे भाई का भार आगया. ऐसे में दोनों असहाय होगये संपूर्णता से.उनके ताऊ,ताइ हैं,वे भी बेचारे काफी कमजोर, गरीब हैं.

7 साल की नन्ही परी जैसी बहन कभी ताइ,ताउ से थोडा गाय का दूध लाकर अपने डेढ महीने के भाई को पिलाती है,उस रोते हुए को शांत करने की कोशिश करती है,उसके लालन पालन का सारा कार्य करती है.जिस समय इस नन्ही परी के खुद के खेलने ,मौज करने के दिन हैं,तब उस मासूम के कंधों पर डेढ महीने के छोटे भाई का भार है.गांव में सारे लोग अफसोस केवल जता रहे हैं,ऐसे में आगे भगवान सहाय इन दोनों का.

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