ओडिशा बढरहा अनलोक की ओर 6 जिलों में कम अनलोक,24 जिलों में ज्यादा अनलोक आकलन

नन्द किशोर जोशी

ओडिशा में लोकडाउन पूर्व घोषणा के मुताबिक समाप्त होने जारहा है आगामी 17 जून को.आगामी 17 जून पश्चात ओडिशा सरकार लोकडाउन, शटडाउन पर क्या निर्णय लेगी,इसीपर सभी की निगाहें टिकि हुई हैं.

इस कोरोना काल में लोकडाउन, शटडाउन के चलते क्या खास ,क्या आम सभी नागरिकों का बुरा हाल है.गौरकरने लायक बात इस कोरोना काल में यह है कि बेरोजगारी, गरीबी इस समय बढी है.देशभर में लाखों लोग भूखमरी के भी शिकार हुए हैं.आम लोगों की परेशानियां दिन दो गुनी रात चौगुनी बढी है.

ऐसे में सभी राज्यों की सरकारों ने आदमी के जीवन को बचाने में वरीयता दी,समय की माँग के अनुसार यह सर्वथा उचित भी है,जान है तो जहान है.लोगों ने दुःख तकलीफ पाकर भी जैसेतैसे गुजारा कर लिया.

ऐसे में अब समय आगया है कि लोगों को रोजगार के लिए ,चार पैसे कमाने के लिए, घर संसार चलाने के लिए ,सहूलियत के अनुकूल कुछ कुछ लोकडाउन प्रक्रिया में ढील दीजाये अर्थात अनलोक प्रक्रिया आरंभ की जाये.

इसी अनलोक कडी में आती है लोकडाउन में ढील प्रक्रिया. सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर शासन,प्रशासन सोच रही है कि जिन जिन जिलों में कोरोना संक्रमण 5% या उससे भी नीचे है,वहाँ अनलोक कर कोविद बंदिशों में ज्यादा ढील दीजाये अर्थात दिनभर ब्यापार या कर्मसंस्थान शुरु करने की अनुमति दी जाये .इस एरिया में रोज नाइट कर्फ्यू लगादिया जाये तथा शनिवार, रविवार शटडाउन रखा जाये.इस श्रेणी में राज्य के करीब 24 जिले आते हैं,इनमें ज्यादातर पश्चिमी ओडिशा के जिले आते हैं.

वहीं दूसरी ओर जहाँ आज भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कोई खास फर्क नहीं आया, विशेषकर गांवों में,उन जिलों में कोविद बंदिशों में कम ढील दी जाये ऐसा शासन, प्रशासन में बैठे कुछ बडे सूत्रों से जानकारी मिली है.इस श्रेणी के जिलों में आते हैं मुख्यतया 6 जिले.इन 6 जिलों में शामिल हैं कटक,खोर्धा, जाजपुर, अंगुल, बालेश्वर और मयूरभंज.

इन उपरोक्त 6 जिलों में अनलोक प्रक्रिया में कम ढील दिये जाने के आज के संकेत हैं,आगे अभी 4 दिन लोकडाउन के शेष हैं,अगर कोरोना जनित परिस्थितियों में सकारात्मक बदलाव आया तो अनलोक में यहाँ भी कुछ ज्यादा ढील दीजासकती है.

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