वट सावित्री पूजा

ब्रह्मा विष्णु महेश का जिसमें वास होता
ऐसे पावन वट वृक्ष को हैं सुहागिन पूजती !
बरगदिया, पूरी ,चावल का ऐपन ले
खरबूजा, आम और चने चढ़ाती !
पुष्प चढ़ा, सुगंधित धूप दीप जला
माँ गौरी को सिंदूर,चूड़ी,बिंदी से सजाती!
पहन नई साड़ी , कर सोलह श्रृंगार
वटवृक्ष में कच्चे सूत की फेरी हैं देती !
मन में सौभाग्यदायक ब्रत का ले संकल्प
वट सावित्री की कथा हैं सुनती !
इस पावन सौभाग्यदायक ब्रत को करने से
हर मनोकामना है पूरी होती!
अल्पायु सत्यवान को दे जीवन
यमराज ने भी माँ सावित्री से हार थी मानी!
बेना हाँककर ,वट को गले लगाती
अखंड सौभाग्य की याचना है करती !
अपने पति पुत्र की रक्षा खातिर
वट सावित्री की पूजा करती सुहागिन नारी!
अर्चना तिवारी